Delhi Liquor Policy Case: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (8 मई) को कथित शराब घोटाले को लेकर बीजेपी और प्रधानमंत्री पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि शराब घोटाला बीजेपी का मात्र एक राजनैतिक षड़यंत्र है. यह केवल केजरीवाल और 'आप' को बदनाम करने की साजिश है. 


अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कथित शराब घोटाले की स्किप्ट प्रधानमंत्री कार्यालय में लिखी गई और फिर इस कहानी को ईडी-सीबीआई को देकर उसे सबूत बनाने के लिए कहा गया. बीजेपी कह रही है कि अगला नंबर केजरीवाल का है. इससे साफ हो जाता है कि ईडी-सीबीआई को बीजेपी ही चला रही है. वरना बीजेपी यह कैसे कह सकती है कि अगला नंबर केजरीवाल का है. उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईमानदारी पर बहुत बड़े-बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. इसलिए प्रधानमंत्री को केजरीवाल की ईमानदारी बर्दाश्त नहीं हो रही है.


70 करोड़ रुपये का कोई सबूत नहीं 


सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने कथित दिल्ली शराब घोटाले में आरोप लगाया कि साउथ लॉबी ने आम आदमी पार्टी के लोगों को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी. सीबीआई-ईडी ने भी कोर्ट में यह माना है कि 100 में से 70 करोड़ रुपये का उनके पास कोई सबूत नहीं है.


सीबीआई-ईडी ने आरोप लगाया है कि कोई राजेश जोशी नाम का व्यक्ति साउथ लॉबी से 30 करोड़ रुपये लाया और उसने ये 30 करोड़ रुपये दिल्ली में आप के नेतृत्व को दिए. इनके पास सिर्फ इतना ही सबूत है कि किसी ने गवाही दी है कि राजेश जोशी ने 30 करोड़ रुपये आम आदमी पार्टी को दिए.


...तो केस ही क्या बचता है?


अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 6 मई को आए राउज एवेन्यू कोर्ट के आदेश में लिखा है कि राजेश जोशी के खिलाफ एक भी सबूत नहीं है कि वो साउथ लॉबी से एक भी पैसा लेकर दिल्ली आया. 30 करोड़ रुपये तो बड़ी दूर की बात है. जब राजेश जोशी एक भी पैसा लेकर नहीं आया, साउथ लॉबी ने कोई पैसा दिया नहीं है और आम आदमी पार्टी के नेतृत्व को पैसा मिला ही नहीं है तो सारा केस खत्म हो गया. न रिश्वत ली गई और न तो दी गई, तो केस ही क्या बचता है? राजेश जोशी को जमानत इसी आधार पर मिली है कि राजेश जोशी साउथ लॉबी से कोई पैसा लेकर आया, इसका कोई भी सबूत नहीं है.


19 लाख रुपए कैश में खर्च


उन्होंने कहा कि दूसरा आरोप लगाया कि रिश्वत में ली गई 100 करोड़ रुपये गोवा चुनाव में खर्च किए गए. गोवा में आम आदमी पार्टी ने जितने लोगों से काम कराया, उन सभी वेंडर्स के यहां सीबीआई- ईडी ने पिछले छह महीने में रेड मार ली और सबको गिरफ्तार कर लिया. गोवा चुनाव की सारी जांच करने के बाद ईडी इस नतीजे पर पहुंची है कि मात्र 19 लाख रुपये आम आदमी पार्टी ने कैश में खर्च किए. यह तो हमारे लिए बहुत बड़ा ईमानदारी का सर्टिफिकेट है. 


सीबीआई-ईडी ने AAP को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दिया


सीएम ने कहा कि सीबीआई-ईडी का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने पूरे गोवा के चुनाव में केवल 19 लाख रुपये कैश में खर्च किए और बाकी चेक में किए. 100 करोड़ तो बहुत दूर की बात है. पूरे देश में ऐसी कौन सी पार्टी है, जो केवल 19 लाख रुपये किसी राज्य के चुनाव में खर्च करती है. सीबीआई-ईडी ने तो आम आदमी पार्टी को ईमानदारी का सबसे बड़ा सर्टिफिकेट दे दिया है. ईडी-सीबीआई को गोवा में भी कुछ नहीं मिला. न रिश्वत आई और न तो रिश्वत खर्च की गई. न रिश्वत ली गई और न दी गई. 


प्रधानमंत्री ने सीबीआई-ईडी को कहानी दी


अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि शराब घोटाले की मात्र एक कहानी बनाई गई है. प्रधानमंत्री की ओर से उस कहानी को सीबीआई-ईडी को दिया गया और कहा गया कि इसी के इर्द-गिर्द सबूत बनाओ. ईडी ने कोर्ट में कहा कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन तोड़ दिए. जांच के बाद पता चला कि सभी 14 फोन मौजूद हैं. इनमें पांच फोन तो सीबीआई-ईडी के ही पास है. ईडी ने झूठ बोला. इसके लिए ईडी पर मुकदमा चलना चाहिए. ईडी ने झूठ बोलकर मनीष सिसोदिया की जमानत नहीं होने दी.


गलती से अनुराग ठाकुर, संबित पात्रा का नाम नहीं आया?


अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईडी ने चार्जशीट के अंदर सांसद संजय सिंह का नाम डाल दिया. जब संजय सिंह मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी तो ईडी कहती है कि गलती से संजय सिंह का नाम आ गया. गलती से अनुराग ठाकुर, संबित पात्रा का नहीं आया, तो संजय सिंह का कैसे आ गया? संजय सिंह का नाम चार्जशीट में गलती से नहीं आया है, बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने ईडी को संजय सिंह का नाम डालने के लिए बोला और उसने डाल दिया. उनको ये विश्वास नहीं था कि संजय सिंह ईडी को धमका देंगे. 


उन्होंने कहा कि ईडी पूरे देश में नोटिस जारी करती है और जिसको नोटिस मिलता है, उसकी पैंट गीली हो जाती है. लेकिन जब संजय सिंह नोटिस जारी करते हैं तो ईडी की पैंट गीली हो जाती है. ईडी ने कोर्ट में जाकर कहा कि संजय सिंह के खिलाफ उसके पास कोई सबूत नहीं है. संजय सिंह का नाम गलती से आ गया.


कौन सा शराब घोटाला?


अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कम से पांच ऐसे गवाह हैं जिन्होंने कहा है कि उनके साथ मारपीट की गई. मानसिक रूप से प्रताड़ित कर झूठे बयान दिलाए गए और वे अपने बयान से पलट गए. ईडी ने एक आदमी को इतना मारा कि उसके कान का पर्दा फट गया. क्या ये जांच हो रही है, ये चल क्या रहा है? अब कोर्ट के आदेश के बाद साफ हो गया कि न किसी ने रिश्वत ली और न किसी ने रिश्वत दी, न कोई पैसा आया, न कोई पैसा खर्च हुआ, तो कौन सा शराब घोटाला? 


यह राजनीतिक षड़यंत्र है


अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए शराब घोटाला मात्र एक राजनीतिक षड़यंत्र है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने सत्यपाल मलिक एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि सत्यपाल मलिक कह रहे थे कि ये अगले चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लेंगे. अगर उनको मुझे गिरफ्तार करना है तो कर लें. केजरीवाल बहुत छोटी चीज है.


प्रधानमंत्री मोदी की ईमानदारी पर प्रश्न खड़े हुए


उन्होंने कहा कि आज पूरा देश देख रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की ईमानदारी पर बहुत बड़े-बड़े प्रश्न खड़े होने लग गए हैं. उन पर कई घोटाले के आरोप लग रहे हैं. इसलिए उनको केजरीवाल बर्दाश्त नहीं हो रहा है. पूरे देश में अगर कोई ईमानदारी की बात करता है तो अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की बात होती है. बीजेपी वाले रोज हमारे उपर कीचड़ उछाल रहे हैं और मुझे गिरफ्तार कराने की धमकी क्यों दे रहे हैं, गिरफ्तार करा लें. 


बीजेपी ने सीबीआई को बताया...


उन्होंने कहा कि बीजेपी कह रही है कि अगला नंबर केजरीवाल का है. इससे साफ हो जाता है कि ईडी-सीबीआई को बीजेपी के लोग ही चला रहे हैं. वरना बीजेपी कैसे कह सकती है कि अगला नंबर केजरीवाल का है? अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये सीबीआई ने बीजेपी को बताया है या बीजेपी ने सीबीआई को बताया है. यह साफ जाहिर है कि बीजेपी सीबीआई को बता रही है कि अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का है, पकड़ लो. फिर सीबीआई फंसाने के लिए सबूत इकट्ठे करने लगती है.


 ये भी पढ़ें: The Kerala Story Row: 'द केरला स्टोरी' पर घमासान, बंगाल सरकार ने लगाया बैन, अनुराग ठाकुर बोले- वोट बैंक की राजनीति का खेल