Manish Sisodia Judicial Custody: आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को आबकारी घोटाले में पहले से गिरफ्तार अन्य आरोपियों और PMLA के एक अन्य मामले में बंद सत्येंद्र जैन की जेल से अलग रखा जाएगा. सूत्रों के मुताबिक मनीष सिसोदिया को न्यायिक हिरासत में भेजने के बाद तिहाड़ जेल में हाई लेवल की मीटिंग हुई.
घंटों होने वाली मीटिंग पर जताया था विरोध
इससे पहले एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने सत्येंद्र जैन और उनसे जुड़े अन्य आरोपियों की जेल में ही घंटों होने वाली मीटिंग पर विरोध दर्ज करते हुए कोर्ट में शिकायत की थी. इसको देखते हुए तिहाड़ प्रशासन हाई लेवल की मीटिंग कर रहा है. मनीष सिसोदिया को किस जेल में रखना है उसको लेकर मीटिंग की जा रही है. मनीष सिसोदिया को फिलहाल जेल नम्बर 1 में रखा जाएगा. जेल सूत्रों का कहना है कि कोर्ट के आदेश का अध्ययन किया जाएगा. अगर जरूरत लगती है तो उनकी जेल भी बदली जा सकती है.
कोर्ट ने सिसोदिया को न्यायिक हिरासत में भेजा
सोमवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के पू्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. सिसोदिया को 2 दिन की रिमांड के बाद आज (6 मार्च) को कोर्ट में पेश किया गया था. जज ने 'आप' नेता मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा है.
ये है पूरा मामला
मनीष सिसोदिया को दिल्ली के शराब घोटाले केस में गिरफ्तार किया गया है. यह मामला 2021 में पेश की गई दिल्ली की नई शराब ब्रिकी नीति से संबंधित है. जानकारी के मुताबिक केजरीवाल सरकार ने साल 2021 में शराब बिक्री के लिए कुछ नीतियां बनाई थी जिसमें घोटाला होने का आरोप है. बाद में घोटाले का विवाद बढ़ता चला गया था, जिसके बाद विवाद बढ़ने पर इसे रद्द भी कर दिया गया था.
इस नीति में सरकार का शराब बेचने से कोई लेना-देना नहीं था और केवल निजी दुकानों से ही इसे बेचने की अनुमति थी. इसका मुख्य उद्देश्य शराब की कालाबाजारी को रोकना था. मनीष सिसोदिया दिल्ली के आबकारी विभाग के प्रमुख हैं. इस कारण उन पर ही घोटाला करने के आरोप लगे हैं.