Delhi Liquor Policy Case: आबकारी नीति मामले में हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत तीन दिन के लिए और बढ़ा दी गई है. मामले में घंटों पूछताछ के बाद पिल्लई को 6 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल ने अब उनकी हिरासत 16 मार्च तक बढ़ा दी है.



10 मार्च को पिल्लई ने उसी अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर किया जिसमें मामले में जांच एजेंसी को दिए गए अपने बयानों को वापस लेने की मांग की गई थी. इसके चलते अदालत ने ईडी को नोटिस जारी किया. उनकी गिरफ्तारी ईडी द्वारा इस मामले में की गई 11वीं गिरफ्तारी है.


अरुण पिल्लई ने दबाव में आकर...


वहीं, अब खबर है कि तेलंगना सीएम चंद्रशेखराव की बेटी के. कविता के दबाव में आकर अरुण पिल्लई ने बयान वापस लेने की याचिका दायर की थी. ईडी ने 11 मार्च को के. कविता से पूछताछ की थी. हालांकि, एक दिन पहले ही अरुण पिल्लई ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने बयान को वापस लेने की बात कही थी.


अरुण पिल्लई ने बयान में बताया था कि...


ईडी के समक्ष पहले दर्ज किए गए अपने बयान में अरुण रामचंद्र पिल्लई ने बताया था कि कैसे "साउथ ग्रुप" ने दिनेश अरोड़ा के माध्यम से विजय नायर को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. बाद में आरोप लगाया गया कि के. कविता ने बैकडोर से दिल्ली स्थित निर्माता इंडो स्पिरिट्स के 65% शेयर (प्रॉक्सी) प्राप्त कर लिए. इन 65% शेयरों में अरुण रामचंद्र पिल्लई के पास कथित तौर पर 32% प्रॉक्सी शेयर थे.


अदालत में ईडी ने कहा कि पिल्लई का "बयान वापस लेने" का निर्णय एक "तय  रणनीति" के तहत लिया गया है. एजेंसी ने के. कविता के पूर्व ऑडिटर बुच्चीबाबू को 15 मार्च को तलब किया है  जबकि 16 मार्च को के.कविते से फिर से दूसरी मर्तबा पूछताछ होगी.


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