Liquor Policy: दिल्ली की शराब नीति पर लखनऊ से हैदराबाद तक 6 राज्यों के 30 ठिकानों पर छापेमारी, CBI के बाद अब ED की एंट्री
Delhi Liquor Policy: दिल्ली की शराब नीति मामले में अब ईडी की भी एंट्री हो गई है. ED ने आज लखनऊ से हैदराबाद तक 6 राज्यों के 30 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है.
Delhi Liquor Policy: दिल्ली की शराब नीति मामले में सीबीआई (CBI) के बाद अब ED की भी एंट्री हो गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति (Delhi Government Excise Policy) मामले में आज कई स्थानों पर छापेमारी की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली (Delhi), उत्तर प्रदेश, पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), तेलंगाना (Telangana) और महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्यों में 30 ठिकानों पर ईडी (ED) ने रेड डाली है.
दिल्ली शराब घोटाले मामले में ईडी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रॉबिन डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े निदेशकों और व्यक्तियों के ठिकानो पर छापेमारी कर रही है. ईडी ने हैदराबाद में छह जगहों पर छापेमारी की है. इस दौरान अरुण रामचंद्र पिल्लै समेत 5 अन्य के घरों की तलाशी ली जा रही है. बोइनापल्ली अभिषेक राव, सुदिनी सृजन रेड्डी (शीर्ष कांग्रेस नेता/सांसद के रिश्तेदार), और गांद्रा प्रेम सागर (शीर्ष टीआरएस एमएलसी से संबंधित) के घरों और कार्यालयों की तलाशी ली गई है. रॉबिन डिस्टिलर्स मुख्यालय में भी तलाशी ली जा रही है.
ईडी की टीम ने लखनऊ में भी डाली रेड
दिल्ली की आबकारी नीति के मामले में छापेमारी कर रही ईडी लखनऊ के ओमेक्स हाइट्स अपार्टमेंट पहुंची. ईडी की टीम शराब सिंडिकेट से जुड़े मनोज राय की तलाश में ओमेक्स हाइट्स अपार्टमेंट पहुंची थी. हालांकि, वह काफी समय पहले ही फ्लैट छोड़कर जा चुका था. अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने बताया कि मनोज राय यहां किराए पर रहता था और कई साल पहले ही छोड़कर जा चुका है. उसके फ्लैट पर अब कोई और रह रहा है. ईडी की टीम अपार्टमेंट में करीब आधा घंटा रुकी और लोगों से पूछताछ करके लौट गई
वहीं ED के छापेमारी अभियान पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “ पहले इन्होने सीबीआई के छापे मारे कुछ नहीं निकला अब ED की छापेमारी हो रही है लेकिन कुछ नहीं निकलेगा. मैंने ईमानदारी से काम किया है , कहीं कुछ नहीं निकलेगा.”
एफआईआर में इन आरोपियों का है नाम
वहीं ईडी के सूत्रो के मुताबिक एफआईआर में दर्ज आरोपी विजय नायर, मनोज राय, अमरदीप ढल, समीर महेंद्रू आबकारी नीति के निर्धारण और लागू कराने और गड़बड़ियों मे शामिल थे. जबकि अमित अरोड़ा, दिनेश और अर्जुन पांडे सिसोदिया के करीबी थे. ये सभी आरोपी अधिकारियों के लिए शराब लाइसेंस होल्डर से जमा हुए पैसों को मैनेज करते थे.वहीं आरोपी अरुण रामचन्द्र पिल्लई, विजय नायर के माध्यम से समीर महेन्द्रू से आरोपी अधिकारियों को पैसा पहुचाने का काम करता था. आरोप है कि अर्जुन पांडेय ने विजय नायर के जरिये समीर महेंद्रू से 2-4 करोड़ रुपये की बड़ी रकम कैश में ली थी.
ED की जांच तकरीबन 800 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग की है
बता दें कि एजेंसी अब उन लोगों की पड़ताल कर रही है जिनहे एक्साइज पॉलिसी चेंज होने के बाद सबसे ज्यादा फायदा पहुंचा है. साथ ही उन लोगों पर भी छापेमारी कर रही है जिन पर यह आरोप है कि उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को पैसे दिए. प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक उनकी जांच तकरीबन 800 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग की है. ईडी सूत्रों के मुताबिक कुछ इवेंट कंपनी का शैल कंपनी की तरह इस्तेमाल किया गया है. अमित अरोड़ा 13 कंपनियों के मालिक हैं जिनमें बड्डी retails भी शामिल है. अमित अरोड़ा पूर्व में करीब 37 कंपनियों से डायरेक्ट और इनडाइरेक्ट तरीके से जुड़ा हुआ था.
बीजेपी दिल्ली सरकार की शराब नीति पर खड़े कर रही सवाल
बता दे कि भारतीय जनता पार्टी लगातार दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति पर सवाल खड़े कर रही है. इसे लेकर पिछले दिनों बीजेपी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर भी घोटाले का आरोप लगाया था. जिसके बाद सीबीआई ने सिसोदिया के घर व बैंक खंगाल डाले थी वहीं अब इस मामले में ईडी की एंट्री हुई है.
बीजेपी ने बीते दिन स्टिंग ऑपरेशन वीडियो भी जारी किया था
इससे पहले बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार के कथित भ्रष्टाचार का स्टिंग ऑपेरशन का वीडियो जारी करने का दावा किया था. बीजेपी प्रवक्ता संबिता पात्रा ने वीडियो के साथ ये भी दावा किया था ‘स्टिंग मास्टर का स्टिंग’ हो गया. उन्होंने कहा था कि वीडियो में दिख रहा शख्स कारोबारी सनी मारवाह के पिता कुलविंद मारवाह है और वह मनीष सिसोदिया को पैसा पहुंचाता था.
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