नई दिल्ली: दिल्ली में आईएसबीटी के पास यमुना पुल के नीचे काफी संख्या में लोग रहे हैं, जहां लोगों को खाने पीने की दिक्कत हो रही थी. आईएसबीटी स्थित रैन बसेरे में आग लग गई थी. काफी सारे लोग ऐसे थे जो रैन बसेरे में रहते थे या लॉकडाउन के दौरान यहीं से उन्हें खाना मिलता था. कुछ मजदूर भी खाने-पीने के लिए यहीं आत थे. इस सभी ने यमुना पुल के नीचे शरण ली हुई थी. नजदीक के गुरुद्वारे से कुछ लोग खाना दे जाते थे. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनके लिए रहने की व्यवस्था कर दी है.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘’यमुना घाट पर मज़दूर इकट्ठा हुए. उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी है. उन्हें तुरंत शिफ़्ट करने के आदेश दे दिए हैं. रहने और खाने की कोई कमी नहीं है. किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें ज़रूर बताएं.’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘’हम रोज़ 10 लाख लोगों को खाना खिलाते है. 75 लाख लोगों को मुफ़्त राशन दिया. हज़ारों बेघरों के लिए छत का इंतज़ाम किया. लोग इतने गरीब हैं, कई लोगों को सरकारी इंतज़ाम का पता ही नहीं चलता. थैंक यू मीडिया, ऐसे ग़रीबों के बारे में हमें बताने के लिए. हर गरीब तक सरकारी इंतज़ाम पहुंचाएंगे.’’
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का बयान
वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर, इन सभी कार्यकर्ताओं को दिल्ली में स्थापित रैन बसेरों में ले जाया गया है. उन्हें अब वहां रखा जाएगा और उन सभी को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. अगर दिल्ली में कहीं भी किसी भी कार्यकर्ता को कोई समस्या आती है, तो हमारी सरकार उनका ध्यान रखेगी.
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