नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इलाज के लिए भी मारामारी मची हुई है. राजधानी दिल्ली में भी लगातार बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं. अस्पतालों के अलावा अब मरीजों के इलाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है. दिल्ली सरकार लगातार कोरोना की बढ़ती महामारी से निपटने के लिए कदम उठा रही है. 


बीते 24 घंटों में दिल्ली में कोविड-19 के अब तक के सबसे ज्यादा 11,491 नए मामले आए तथा 72 और लोगों की मौत हो गयी. आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण दर बढ़कर 12.44 प्रतिशत हो गयी है, जो एक दिन पहले 9.43 प्रतिशत थी. दिल्ली में पांच दिसंबर के बाद मौत के सबसे ज्यादा मामले आए हैं. पांच दिसंबर को 77 लोगों की मौत दर्ज की गयी थी. 19 नवंबर को संक्रमण से सबसे ज्यादा 131 लोगों की मौत के मामले सामने आए थे.


पिछले 24 घंटों में क्या कदम उठाए गए


बैंक्वेट हॉल को कोविड केयर सेंटर तब्दील किया गया
दरियागंज में लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के सामने शहनाई बैंक्वेट हॉल को कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील कर दिया गया है. वहां 120 बस्तरों वाला कोविड-19 देखभाल केंद्र शुरू किया गया है और फिलहाल यहां करीब 23 रोगी भर्ती हैं.


स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जरूरत के मुताबिक विभिन्न स्थानों पर अस्थायी कोविड-19 देखाभल केंद्र बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पर्याप्त संख्या में बिस्तर मौजूद हैं और खाली हैं. बिस्तरों की कमी से निपटने के लिए बैंक्टवेट हॉल और इसी तरह की जगहों पर कोविड देखभाल केंद्र बनाए जा रहे हैं.


14 निजी अस्पताल पूर्ण कोविड-19 अस्पताल घोषित किये गये
दिल्ली में में 14 निजी अस्पतालों को ‘पूर्ण कोविड-19 अस्पताल’ घोषित कर दिया और उन्हें अगले आदेश तक गैर कोविड-19 मरीजों की भर्ती नहीं करने का निर्देश दिया. आदेश के अनुसार 82 निजी अस्पतालों को कम से कम अपने 60 प्रतिशत आईसीयू बिस्तरोंको कोविड-19 मरीजों की खातिर आरक्षित करने को कहा गया है. आदेश में कहा गया है, ‘‘ इसके अलावा, 101 निजी अस्पतालों को अपने वार्ड के कम से कम 60 प्रतिशत आईसीयू बिस्तरों को कोविड-19 संबंधी उपचार के लिए आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है.’’


नवरात्रि के दौरान  मंदिरों में दर्शन की सीमित सुविधाएं
दिल्ली के कुछ प्रमुख मंदिरों ने श्रद्धालुओं के लिए सीमित दर्शन सुविधाएं प्रदान करने और ई-पास जारी करने का फैसला किया है तो तथा कुछ मंदिर मंगलवार से शुरू हो रहे नौ दिन के पर्व में भक्तों के लिए बंद रहेंगे. दिल्ली में छतरपुर, कालकाजी और झंडेवालान समेत कुछ देवी मंदिरों में नवरात्रि के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन करने आते हैं.


हालांकि इस वर्ष मंदिरों ने या तो सीमित तरीके से दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने का या कुछ मंदिर प्रबंधनों ने नौ दिन तक बंद रखने का फैसला किया है. सरकार ने कोरोना वायरस के मौजूदा हालात को देखते हुए पिछले सप्ताह सभी धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी थी.


कक्षा 9-12 के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने साफ किया है कि 9वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को कक्षाओं या परीक्षाओं के लिए स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए. दिल्ली सरकार ने पिछले शुक्रवार को यही घोषणा की थी. कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्र मई-जून में प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं को या तो निरस्त करने या ऑनलाइन तरीके से करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद, दोनों ने ही इस बाबत कोई निर्णय नहीं लिया है.


दिल्ली में सीरो सर्वे का छठा दौर जारी
दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण का छठा दौर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में शुरू हुआ जिसका उद्देश्य लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगाना है. सूत्रों ने कहा कि इस कवायद के तहत 272 वार्डों से 28,000 नमूने एकत्रित किये जाएंगे, यानी प्रत्येक वार्ड से करीब 100 नमूने. दिल्ली की आबादी 2 करोड़ से अधिक है जो 11 जिलों में फैली हुई है. सूत्रों ने कहा कि सीरो सर्वे के छठे दौर में प्रतिभागियों के टीकाकरण इतिहास को भी संज्ञान में लिया जाएगा.
 
24 घंटे में 74 हजार से ज्यादा वैक्सीन लगीं
राजधानी में पिछले 24 घंटे में 74,397 लाभार्थियों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक दी गई. अब तक 21,45,265 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक दी जा चुकी है. इनमें से 17,80,147 को टीके की पहली खुराक जबकि 3,65,118 लोगों को दूसरी खुराक दी गई है. सोमवार को कुल 74,397 लोगों को टीके लगाए गए हैं, जिनमें से 68,038 को पहली खुराक जबकि 6,359 लोगों को दूसरी खुराक दी गई.

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