नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों के बाद पुलिस ने मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. इस काम में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस के कर्मचारियों को भी लगाया है. लोग मास्क ना पहनने पर रोके जाने पर इन पुलिसकर्मी और सिविल डिफेंस के कर्मचारियों के साथ बहस करते हैं या फिर तरह-तरह के बहाने बनाते हैं. रविवार को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में मास्क नहीं पहनने पर एक गाड़ी को रोकने की कोशिश करने के दौरान उसके ड्राइवर ने सिविल डिफेंस कर्मचारी के पैर पर गाड़ी चढ़ा दी. इस कर्मचारी को घुटने पर चोट लगी है.


घटना के बाद क्या हुआ?


पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घटना के बाद गाड़ी चला रहे शख्स ने कर्मचारियों से माफी मांगी और कहा कि गाड़ी साइड में लगा रहा था और घबराहट में गाड़ी उसे छू गई. सिविल डिफेंस की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिलने के बाद गाड़ी चला रहे शख्स को जाने दिया गया. लेकिन इस महामारी में जरूरत है कि लोग सावधानी बरतें. क्योंकि ये लड़ाई सिर्फ सरकार या पुलिस की नहीं है बल्कि आम आदमी की भागीदारी भी इसमें जरूरी है.


दिल्ली पुलिस ने बनाई अलग-अलग टीमें


दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई हैं जो हर डिस्ट्रिक्ट में कोरोना नियमों का पालन ना करने वालों का चालान कर रही है. पिछले 5 महीनों के अंदर दिल्ली पुलिस ने 5 लाख से भी ज्यादा लोगों का चालान किया है. इसके बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. दिल्ली सरकार भी ये बात मान चुकी है कि ये कोरोना का तीसरा फेज है. सर्दियों के चलते करोनो के मामले बेतहाशा बढ़ रहे हैं.


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