नई दिल्लीः दक्षिण पूर्वी दिल्ली के अमर कॉलोनी इलाके में एक किरायेदार ने मकान मालिक को फंसाने के लिए खुद गोली मार ली. सुमित भडाना (22) अपने मकान मालिक वरुण जुनेजा को फंसाने के अपने मंसूबे में नाकाम रहा. पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश कर दिया और उसे (सुमित को) गिरफ्तार कर लिया. अपने मकान मालिक को हत्या की कोशिश के झूठे मामले में फंसाने की मंशा से सुमित भडाना अपनी जांघ और कंधे में गोली मार ली.


सुमिता भडाना अपने मकान मालिक वरुण जुनेजा को बकाया 2.25 लाख किराया नहीं देना चाहता था. किरायेदार खुद ‘पेइंग गेस्ट हॉस्टल’ चलाता था. पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि सुमित अमर कॉलोनी में जुनेजा से लिए किराये के भवन में पीजी हॉस्टल चला रहा था.


गुरुवार शाम सुमित ने पुलिस को फोन कर आरोप लगाया कि जुनेजा ने उसे जांघ और कंधे में गोली मार दी है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है. जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो फर्श पर खून और दो खाली कारतूस पाई गई.


बिस्वाल ने बताया कि पुलिस को दिए अपने बयान में सुमित ने कहा कि वह खराब वित्तीय स्थिति के कारण छह महीने से किराया नहीं दे पाया और बृहस्पतिवार शाम उसकी और जुनेजा की 2.5 लाख रुपये के बकाये को लेकर बहस हो गयी. सुमित ने आरोप लगाया कि जुनेजा ने उस पर दो गोलियां चलाई और मौके से भाग गया.


वहीं, जुनेजा ने सुमित पर गोली चलाने से इनकार किया और कहा कि सुमित किराया देने से बचने के लिए उसे फंसाने की कोशिश कर रहा है. पूछताछ में पुलिस ने सुमित के बयान में विरोधाभास पाए. सुमित खुद को संकट में घिरता देख अस्पताल से भाग गया.


बाद में उसे शास्त्री नगर में उसकी बहन के घर से पकड़ लिया गया. डीसीपी ने बताया कि सुमित ने राजस्थान के बादशाहपुर के अपने दोस्त से पिस्तौल खरीदी थी. उसने जानबूझकर जुनेजा से बहस की.


गुरुवार शाम को जुनेजा के जाने के बाद सुमित ने खुद को गोली मार ली. इसके बाद उसने अपने भाई नवीन भडाना को बुलाया और उसे पिस्तौल सौंप दी. पुलिस ने बताया कि पिस्तौल बरामद कर ली गई है और सुमित के भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.


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