Delhi Mayor Election Ruckus: दिल्ली में MCD के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया हंगामे की वजह से शुक्रवार (06 जनवरी) को नहीं हो पाई. मेयर पद के लिए आज यानी शुक्रवार (06 जनवरी) को सुबह 11 बजे वोटिंग होनी थी. इससे पहले ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच हंगामा शुरू हो गया. मामला हाथापाई तक पहुंच गया, जिसे देखते हुए सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'आप' और बीजेपी के पार्षदों ने पीठासीन अधिकारी को ही घेर लिया और धक्का-मुक्की के बीच माइक तक टूट गया. इसी के साथ, महिला पार्षदों के साथ भी धक्का-मुक्की हुई. स्थिति को संभालने के लिए दिल्ली पुलिस को बुलाना पड़ा. जानकारी के मुताबिक, दोनों पार्टियों के पार्षदों में जमकर धक्का मुक्की हुई. यहां तक कि सदन में कुर्सियां भी चलीं.
चर्चा में आई बुर्का वाली पार्षद
इस हंगामे के दौरान एक महिला पार्षद बिल्कुल दूर चुपचाप बैठी रही. बुर्के वाली पार्षद की अब सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है. लोग सभी पार्षदों को इस महिला पार्षद से कुछ सीखने की सलाह दे रहे हैं. हंगामे के वायरल वीडियो में बुर्के वाली पार्षद अपनी ही सीट पर बैठी रही, जबकि बाकी पार्षद हंगामा करते हुए दिखाई दिए.
इस घटना पर शुरू हुई बयानबाजी
वहीं अब इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी और 'आप' के तमाम दिग्गज नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर लिखा, "MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालों! चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की गैरकानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की गैरकानूनी नियुक्ति और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना…. अगर जनता के फैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किसलिए?"
'उनके चेलों से क्या उम्मीद कर सकते हैं'
इस घटना को लेकर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने 'आप' पर हमला बोला है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "49 से 134 होते ही AAP के पार्षदों ने शुरू की गुंडागर्दी.. धक्के मारना, लड़ना झगड़ना, कानून को न मानना. ये ही सच है इस गुंडा पार्टी का. केजरीवाल खुद अपने घर बुला कर अफसर और नेताओं को धमकाते और पिटवाते हैं तो उनके चेलों से और क्या उम्मीद कर सकते हैं.