Delhi Mayor Election: दिल्ली में मेयर के चुनाव की अगली तारीख को लेकर बढ़ा विवाद, जानें ताजा अपडेट
Delhi Mayor Election: दिल्ली के मेयर चुनाव की तारीख की घोषणा जल्द ही हो सकती है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
Delhi Mayor Election: दिल्ली में मेयर का चुनाव अभी तक लंबित है. हालांकि इस चुनाव के लिए 6 जनवरी का समय पहले तय किया गया था, लेकिन शपथ से पहले हुए हंगामे के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया और मेयर का चुनाव नहीं हो पाया.
सूत्रों के मुताबिक़ मेयर चुनाव और स्टेडिंग कमिटी के चुनाव अब 30 जनवरी को कराए जा सकते है. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली नगर निगम ने इस मामले में अपनी पूरी रिपोर्ट उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को भेज दी है. माना जा रहा है कि इस तारीख़ पर जल्द ही एलजी अपनी मुहर भी लगा सकते है. इस पर लेकिन दिल्ली सरकार का कहना है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है.
मनीष सिसोदिया ने क्या कहा?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से जब इसको लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे पास अभी कोई फाइल नहीं आयी है. निगम से. अगर आएगी तो वो इसको लेकर एलजी के पास प्रस्ताव भेजेंगे. प्रक्रिया भी यह ही है कि पहले निगम अपनी संभावित तारीख और रिपोर्ट दिल्ली सरकार को भेजेगा. जिसके बाद दिल्ली सरकार इसे मंज़ूरी के लिये उपराज्यपाल के पास भेजती है.
क्या आरोप लग रहे हैं?
दिल्ली में मेयर के चुनाव की अगली तारीख़ को लेकर पहले से ही काफी विवाद चल रहा है. ऐसे में अगर तारीख़ 30 जनवरी की तय होती है तो इसको लेकर हंगामा बढ़ सकता है. दरअसल आप का आरोप है कि पहले ही मेयर के चुनाव में बहुत देरी हो चुकी है. एमसीडी रिजल्ट के 7 दिसंबर को नतीजे आ चुके हैं. बावजूद इसके 1 महीने के बाद मेयर के चुनाव की तारीख़ तय की गयी और अब एक बार फिर महीने भर का वक्त फिर से चुनाव के लिए क्यों लिया जा रहा है.
'बीजेपी और एलजी कर रहे हैं मनमानी'
आप का ये भी आरोप है कि बीजेपी और एलजी मनमाने तरीक़े से मेयर का चुनाव करवाना चाहती है ताकि इसका फ़ायदा मेयर और स्टेंडिंग कमिटी के चुनाव में उसे मिल सके. इस पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जिस तरह से पूरी दिल्ली में पानी, बिजली, और शिक्षा पर काम कर है, वैसे ही दिल्ली में अब साफ सफाई पर काम होना है. बीजेपी को पता है अगर अरविंद केजरीवाल लग गए तो पूरी दिल्ली साफ हो जाएगी और कूड़े के पहाड़ भी खत्म हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि बीजेपी की कोशिश है कि किसी ना किसी तरीके से संविधान को भी तोड़ना पड़े मजाक बनाना पड़े तो करेंगे. बीजेपी और सब लोग मिलकर निगम के पूरी प्रक्रिया को डिले कर रहे हैं.
हंगामा क्यों हुआ था?
मेयर चुनाव की तारीख़ को लेकर ही नही बल्कि विवाद इस बात को लेकर भी बढ़ता दिख रहा है कि आख़िर इस बार प्रोटेम स्पीकर कौन होगा. क्योंकि पिछली बार प्रोटेम स्पीकर को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था. यह इसलिए क्योंकि आप ने पार्षद मुकेश गोयल का नाम एलजी को भेजा था जबकि उपराज्यपाल ने बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर बना दिया.
इसके बाद सत्या शर्मा ने जब पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलवाने के लिए बुलाया तो आप पार्षदों ने ये कहकर हंगामा शुरू कर दिया कि आख़िर पहले मनोनीत पार्षदों को क्यों शपथ दिलायी जा रही है. इस दौरान हंगामा इतना बढ़ा कि दोनों दलों के पार्षद आपस में भिड़ गए और सदन स्थगित हो गया.
क्या तैयारी होगी?
सूत्रों की मानें तो इस बार मेयर चुनाव के दिन सदन में विशेष तैयारी भी की जाएगी. मार्शल और दिल्ली पुलिस की तैनाती बढ़ायी जा सकती है ताकि हंगामा करने वाले पार्षदों को तुरंत सदन से बाहर किया जा सके. ऐसा इसलिए ताकि सदन की कार्यवाही और चुनाव पूरा कराया जा सके. ये भी जानकारी मिली है कि पिछले सदन की कार्यवाही के दौरान पार्षदों के बीच हुई झड़प के दौरान सदन को हुए नुक़सान और पूरी घटना की जानकारी भी एलजी को भेज दी गयी है ताकि इस पर भी वो कड़ी कार्रवाई कर सके.
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