नई दिल्ली: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पहले चरण की शुरूआत भले ही पूरे ताम-झाम के साथ किया गया हो लेकिन उसकी मजबूती की पोल पहली की बारिश में खुल गई. गाजीपुर फ्लाई ओवर के पास सबवे का एक हिस्सा धस गया है. साथ ही करीब 1 फुट गहरा गड्ढा भी बन गया. जो एक्सप्रेसवे से गुजर रहे वाहन के लिए दुर्घटना की वजह बन सकती है.


आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मई को 14 लेन वाले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पहले चरण का उद्घाटन किया था और मोदी ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ रोड-शो किया था. पहले चरण का काम पूरा होने में 842 करोड़ रुपये का लागत आया है. पूरी परियोजना की लागत 7,500 करोड़ रुपये है. यह परियोजना 82 किलोमीटर की है जिसमें पहले 27.74 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे 14 लेन का है जबकि बाकी एक्सप्रेसवे छह लेन का है.


सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का दावा है कि पहले चरण का काम 30 माह के बदले केवल 17 माह के ही रिकार्ड समय में पूरा हो गया. गडकरी ने कहा कि यह 14 लेन के साथ देश का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग है और इसमें कई विशेषताएं हैं, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी. इसमें दोनों तरफ 2.5 मीटर लंबे साइकिल ट्रेक आदि की सुविधा दी गई है.


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