आम लोगों के लिए खुला एक्सप्रेस वे, जानिए एक घंटे में अक्षरधाम से मेरठ सीमा तक के शानदार सफ़र के बारे में
इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री को करना है, लेकिन ग़ाज़ियाबाद में दिल्ली-मेरठ रोड पर रैपिड रेल का काम चलने की वजह से वहां बहुत जाम लगता है. इसे देखते हुए एक्सप्रेस वे को आम जनता के लिए शुरू कर दिया गया है.
नई दिल्ली: सरकारी दावे के मुताबिक़ दिल्ली से मेरठ जाने में अब दो घंटे की जगह सिर्फ़ 45 मिनट का समय लगेगा. ये सम्भव हुआ है दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे के बन जाने से. इस एक्सप्रेस वे का औपचारिक लोकार्पण अभी नहीं हुआ है लेकिन एक तारीख़ से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. एबीपी न्यूज़ की टीम ने इस हाई वे का सफ़र किया. जानिए इसकी ख़ास बातें.
रास्ते में हैं दो टोल प्लाज़ा, एक अभी फ़्री है
दिल्ली के अक्षरधाम इलाक़े से नए बने एक्सप्रेस वे के रास्ते अपनी मेरठ यात्रा शुरू करने पर हमें रास्ते में दो टोल प्लाज़ा मिले. पहला टोल प्लाज़ा अक्षरधाम से 25 किलोमीटर की दूरी पर एनएच-24 पर डासना में मिला जो कि अभी बन रहा है. यहीं से नया एक्सप्रेस वे अपने एलिवेटेड रूप में शुरू होता है. टोल दरें तय न होने के कारण यहां अभी टोल नहीं देना पड़ रहा है. डासना से 30 किलोमीटर आगे काशी गांव के पास काशी टोल प्लाज़ा नाम का दूसरा टोल मिला जिस पर एक तरफ़ का 75 रूपये टोल देना पड़ रहा है.
तेज रफ़्तार में भी ग्लास का पानी नहीं गिरा
इस शानदार हाई वे पर करीब 70 की रफ़्तार से चलते हुए हमनें ग्लास में पानी भर कर डैश बोर्ड पर रख दिया, लेकिन काफ़ी देर रखा रहने पर भी पानी नहीं गिरा. नया रास्ता होने के बावजूद इस पर अच्छा ख़ासा ट्रैफ़िक मौजूद दिखा. एक दिन में क़रीब पचास से साठ हज़ार वाहन इस पर गुज़र रहे हैं.
निज़ामुद्दीन से मेरठ बॉर्डर 61 किलोमीटर
8346 करोड़ रूपये की लागत से बने इस दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का निर्माण कुल 4 चरणों में हुआ है. पहला दिल्ली के निज़ामुद्दीन से यूपी गेट तक, दूसरा यूपी गेट से ग़ाज़ियाबाद के डासना तक, तीसरा डासना से हापुड़ बाई पास का 21 किलोमीटर का हिस्सा है, जो अलग से बनना है और ये दिल्ली से मेरठ का सीधा मार्ग नहीं है. चौथा डासना से मेरठ. चारों चरण मिला दें तो ये कुल दूरी 85 किलोमीटर है, लेकिन दिल्ली से सीधा मेरठ जाने वाले यात्री के लिए ये दूरी क़रीब 61 किलोमीटर की होगी.
क़रीब 60 की रफ़्तार से एक घंटे में 59 किलोमीटर की यात्रा
अक्षरधाम से मेरठ तक हम क़रीब एक घंटे में पहुंच गए. सरकारी दावा पैंतालीस मिनट का है, लेकिन ट्रैफ़िक होने के कारण हमारी औसत स्पीड क़रीब 60 किलोमीटर प्रति घंटे की ही रही. हमने अक्षरधाम से मेरठ की सीमा तक कुल 59 किलोमीटर की दूरी एक घंटे में पूरी की जो कि पहले की मेरठ यात्राओं की अपेक्षा बहुत अधिक आरामदेह सफ़र रहा.
प्रधानमंत्री कर सकते हैं औपचारिक लोकार्पण
इस एक्सप्रेस वे का लोकार्पण औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री को करना है, लेकिन ग़ाज़ियाबाद में दिल्ली-मेरठ रोड पर रैपिड रेल का काम चलने की वजह से वहां बहुत जाम लगता है. इसे देखते हुए इस नए बने एक्सप्रेस वे को आम जनता के लिए शुरू कर दिया गया है.