Delhi-Meerut Expressway Toll: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जल्द ही मुफ्त का सफर खत्म होने वाला है. 25 दिसंबर से यात्रियों को टोल देना होगा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी NHAI सराय काले खां से मेरठ के बीच टोल वसूलना शुरू करेगा.
तीन कृषि कानूनों को लेकर पिछले एक साल से विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों के कारण गाजीपुर बॉर्डर बंद था, जिसकी वजह से कोई टोल नहीं लिया जा रहा था. 15 दिसंबर को किसानों के एक्सप्रेसवे के हिस्से को खाली करने के बाद पुलिस ने दिल्ली-यूपी बॉर्डर से बैरिकेड्स हटा दिए. 82 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को मेरठ के परतापुर से जोड़ता है.
कितना लगेगा टोल
कार-जीप और हल्के वाहन यात्रियों को अब मेरठ से सराय काले खां तक के सफर के लिए 140 रुपये देने होंगे. वहीं इंदिरापुरम तक 95 रुपये, डूंडाहेड़ा तक 75 रुपये, डासना तक 60 रुपये, रसूलपुर तक 45 रुपये और भोजपुर तक 20 रुपये का टोल देना होगा. वहीं हल्के माल वाहनों को सराय काले खां तक 225 रुपये देने हेंगे. बस या ट्रक को मेरठ से दिल्ली के सराय काले खां तक आने के लिए 470 रुपये का टोल देना होगा. टोल चार्ट के मुताबिक एक तरफ की यात्रा के लिए प्रति किलोमीटर यात्रियों को 2.34 रुपये का भुगतान करना होगा.
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए सराय काले खां, इंदिरापुरम, डूंडाहेड़ा, डासना, रसूलपुर-सिकोड़, भोजपुर और काशी टोल प्लाजा पर एंट्री पॉइंट्स बनाए गए हैं. जिन वाहनों पर फास्टैग लगे हैं, उनके चालकों के बैंक खातों से टोल खुद-ब-खुद कट जाएगा. एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर्स लगाए गए हैं. जिन वाहनों पर फास्टैग नहीं होगा, उनसे एग्जिट पॉइंट्स पर दोगुना टोल वसूला जाएगा. फरवरी में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सभी वाहनों में फास्टैग सिस्टम अनिवार्य कर दिया था. इससे यात्रियों को टोल पर कैश नहीं देना होगा और जाम से भी छुटकारा मिलेगा.