नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अब मेट्रो पूरी तरह से हाईटेक होने की तैयारी में है. दरअसल, दिल्ली मेट्रो अब बिना चालक के ही पटरी पर दौड़ती नज़र आएगी. मजेंटा लाइन (जनकपुरी वेस्ट से बॉटनिकल गार्डन) लाइन पर चालक रहित मेट्रो की शुरुआत होगी. ये देश की सबसे पहली ड्राइवर लेस मेट्रो होगी जिसका उद्घाटन 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. इसके सफल प्रयास के बाद आगे भी इसे अलग-अलग रूट्स पर बढ़ाने का प्रयास डीएमआरसी द्वारा किया जाएगा.


डीएमआरसी के अधिकारी के मुताबिक, पिंक लाइन और मजेंटा लाइन शुरुआत से ही ड्राइवर लेस तकनीक के साथ पटरियों पर उतरी थी. 2017 में मजेंटा लाइन की शुरुआत ड्राइवर लेस तकनीक के साथ हुयी थी लेकिन अब तक ड्राइवर की मदद से ही ट्रेनों को ऑपरेट किया जाता रहा. ट्रेन को अब तक ड्राइवर ही स्टार्ट करते आएं हैं जिसके बाद ट्रेन सीबीटीसी तकनीक से चलती रही.


अब मेट्रो को पूरी तरह से ड्राइवर लेस बनाने के लिए लगातार ट्रायल डीएमआरसी द्वारा किये जा रहे हैं. भारत में यह तकनीकी नई होने के कारण इसे पूरी तरह से ट्रायल के बाद अब मजेंटा लाइन पर बिना ड्राइवर के उतारने की तैयारी है.


शुरुआती दौर में मेट्रो में सहायक तैनात किये जाएंगे जो चालक नहीं होंगे लेकिन लोगों की मदद करने के लिए तैनात किये जाएंगे. ये कैमरे की मदद से यात्रियों पर नज़र बनाये रहेंगे. यात्रियों को कोई भी समस्या होती है तो वो इस सहायक की मदद ले सकते हैं.


38 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर चालक रहित मेट्रो के सफल परिचालन के बाद दूसरी लाइन पर इसका प्रयोग किया जाएगा. 25 स्टेशन वाली मजेंटा लाइन दिल्ली-नोएडा को आपस में जोड़ने के साथ दक्षिणी दिल्ली से नोएडा की दूरी कम करती है. यह लाइन एयरपोर्ट लाइन को भी जोड़ती है. सूत्रों की मानें तो न्यू ईयर से पहले ही दिल्ली वालों को ये नई सौगात मिल सकती है.


ड्राइवर लेस मैट्रो की खासियत


मैनुअल गलती की संभावना खत्म हो जाएगी.


मेट्रो की स्पीड में इजाफा होगा, सफर का समय घटेगा.


दो मेट्रो के बीच की दूरी कम की जा सकेगी तो फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी.


यात्री ट्रेन वाली दिशा में सामने जाकर देख सकेंगे.


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