नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं. कोलकाता का एंट्री आपरेटर जीवेन्द्र मिश्रा पूछताछ के दौरान केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ तमाम राज उगल रहा है. जीवेंद्र ने कहा कि 'मुझे अपनी फर्जी कंपनियो में बेनामी नगद पैसा जमा कराने के लिए सतेन्द्र जैन के आदमी संजय और सुरेश देते थे'.


इनकम टैक्स अधिकारियों को जीवेंद्र ने बताया है कि सतेन्द्र जैन और उनके परिजनो की कंपनी में 16 करोड 38 लाख 83 हजार 500 रूपये की रकम फर्जी कंपनियो के जरिए आई थी,


जिन फर्जी कंपनियों में पैसे आए उनके नाम इंडो मैटालिपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इन्फोसोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड और अंकिचन डेवलपर्स हैं.
2011 से 2016 तक इन कंपनियो में फर्जी कंपनियो में पैसा आया. आरोप है कि इन कंपनियो ने लगभग 25 करोड रुपये की जमीने केरल और दिल्ली में खरीदी गईं, इसके लिए जीवेंद्र प्रति सौ रुपये पर बीस पैसे कमीशन लेता था.