नई दिल्ली: जामिया गोलीकांड का नाबालिग आरोपी अब अपनी बाहरवीं की परीक्षा की तैयारी बाल सुधार गृह में ही कर रहा है. क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि नाबालिग को सुरक्षा के लिहाज से एक अलग कमरे में रखा गया है. उसे ट्यूशन भी दी जा रही है. इतना ही नहीं जुविनाइल जस्टिस बोर्ड ने उसके उसके लिए किताबों का इंतज़ाम भी करने के लिए कहा है. 22 फरवरी को नाबालिग का पहला एग्जाम है.
क्राइम ब्रांच के अधिकारी की माने तो नाबालिग काफी ज्यादा रेडिकलाइज था इस वजह से उसने गोली चलाई. जब उसके मोबाइल को चेक किया तो वो 150 से ज्यादा ग्रुप में एक्टिव था. क्राइम ब्रांच के अधिकारी का कहना है कि उसके रेडिकलाइज होने के लिए सोशल मीडिया भी एक वजह है. इस वजह से बाल सुधार गृह में उसे एक साइकैटरिस्ट भी मुहैया करवाया गया है ताकि उसके मन की बातों को जानकर उसे सही दिशा दिखा सके.
वो 30 जनवरी का दिन था जब जामिया के छात्रों ने मार्च करने का ऐलान किया था. दोपहर करीब डेढ़ बजे जामिया में चली गोली ने हड़कंप मचा दिया. गोली शादाब नाम एक छात्र को लगी. पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स को हिरासत में लिया. उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में पता चला कि वो बाहरवीं का स्टूडेंट है. जांच ये भी बात सामने आई कि वो काफी ज्यादा रेडिकलाइज था इसी वजह से उसने गोली चलाई.
मामले की जांच क्राइम ब्रांच की सौपी गई. क्राइम ब्रांच ने उसे जुविनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया और बोर्ड ने उसे बाल सुधार गृह में भेज दिया. फ़िलहाल नाबालिग वहीं है और आने वाले एग्जाम की तैयारी कर रहा है.
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