इस मुलाकात के बाद ये चर्चा जोरों पर हो गई है क्या कांग्रेस के साथ गठबंधन में अब एमएनएस भी होगी. इसमें सबसे बड़ा पेंच ये होगा कि एमएनएस को विधानसभा की कितनी सीटें मिलती हैं और क्या वाकई गठबंधन कोई मूर्त रूप धारण करता या नहीं.
इससे पहले ठाकरे मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिले और इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्रों से कराने की मांग की. पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय में राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार आए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को एक पत्र देकर मतपत्र से चुनाव कराने की मांग की. उन्होंने मुलाकात को एक औपचारिकता मात्र बताया.
ठाकरे ने कहा, ''मतदाताओं के मन में संदेह है कि उनके द्वारा डाला गया मत उनके पसंदीदा उम्मीदवार को नहीं गया. ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग को मतपत्र की तरफ लौटना चाहिए और महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इसी के जरिए कराना चाहिए. हमें पूरी आशंका है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकती है.''
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