Delhi: डीटीसी में नियुक्ति करने के नाम पर वसूले जा रहे थे पैसे, सीबीआई ने 5 को किया गिरफ्तार
Delhi: सीबीआई के मुताबिक इस मामले में आरोप है कि अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से डीटीसी में सलाहकार के पद पर नियुक्ति के मामले में अवैध तरीके से धन उगाही की जा रही थी.
नई दिल्ली: दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (DTC) में सलाहकार के 2 पदों को भरने के बदले रिश्वत (Bribe) ले रहे उप मुख्य महाप्रबंधक उत्तरी दिल्ली समेत 5 लोगों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार किया है. इसमें रिश्वत लेने वाले और देने वाले दोनों शामिल हैं. दिलचस्प यह है कि यह सभी डीटीसी से जुड़े हुए हैं.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें उप महाप्रबंधक उत्तरी दिल्ली शकील अहमद खान, डीटीसी डिपो सेक्टर 3 रोहिणी में तैनात डिपो मैनेजर श्रीमती कीर्ति बाला मलिक, उप महाप्रबंधक का पूर्व निजी सहायक सुनील, डीटीसी के 2 सेवानिवृत्त अधिकारी महिंद्र और शैफुज्जमा समेत डीटीसी में तैनात एक अन्य स्टाफ जीतू शामिल है.
नियुक्ति के नाम पर धन उगाही
सीबीआई के मुताबिक इस मामले में आरोप है कि अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से डीटीसी में सलाहकार के पद पर नियुक्ति के मामले में अवैध तरीके से धन उगाही की जा रही थी. डीटीसी को सेवानिवृत्त सहायक यातायात निरीक्षक के तौर पर अनेक नियुक्तियां करनी थी आरोप है कि प्रत्येक नियुक्ति के बदले यह लोग अलग-अलग लोगों से अलग-अलग धनराशि ले रहे थे.
सीबीआई ने मामला दर्ज किया
सीबीआई ने इस मामले में आरंभिक जांच के दौरान तथ्य मिलने पर इन लोगों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया. सीबीआई के मुताबिक मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद जांच के दौरान पता चला कि डीटीसी के उप महाप्रबंधक डीटीसी में सलाहकार के रूप में 2 उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए कुल 91 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे हैं.
छापेमारी में मिला 40 लाख कैश
सूचना के आधार पर सीबीआई ने छापा मारा और रिश्वत देने लेने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के फौरन बाद उक्त उप मुख्य महाप्रबंधक के ठिकानों जिसमें दिल्ली गुड़गांव सोनीपत आदि शामिल है पर छापेमारी की गई. जहां से सीबीआई को उप महाप्रबंधक के ठिकाने से 40 लाख रुपए की नगदी बरामद हुई. सीबीआई जानना चाहती है कि यह 40 लाख रुपए उक्त अधिकारी के पास कहां से आए थे. गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई (CBI) की विशेष अदालत (Special Court) के सामने पेश किया जाएगा मामले की जांच जारी है.
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