नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में मानसून ने अबतक दस्तक नहीं दी है. 2021 का मानसून दिल्ली-एनसीआर के लिए तारीख पर तारीख बनकर रह गया है. अब मौसम विभाग का कहना है कि मानसून के दिल्ली सहित उत्तर भारत के हिस्सों को आज कवर करने की संभावना है. पूर्वी हवाओं ने दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थितियां बना दी हैं और इसके आज दिल्ली, हरियाणा और पंजाब सहित उत्तर भारत के हिस्सों को कवर करने की संभावना है. इन राज्यों के कई इलाकों में बारिश हो सकती है.
आईएमडी ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी से निचले स्तर की पूर्वी हवाएं उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ गई हैं और दिल्ली, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान तक पहुंच रही हैं. अगले 24 घंटे के दौरान स्थितियां दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के कुछ और हिस्सों के ऊपर दक्षिण-पश्चिमी मानसून के और आगे बढ़ने के लिए अनुकूल बनी रहेंगी. अगले 48 घंटों के दौरान देश के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के और आगे बढ़ने के लिए भी स्थितियां अनुकूल हैं.
शनिवार को लोग बारिश का करते रहे इंतजार
मौसम विभाग ने दो दिन पहले अनुमान जताते हुए कहा था कि दिल्ली में 13 दिनों की देरी के बाद शनिवार को मानसून के पहुंचने की उम्मीद है. आईएसडी ने कहा था, पिछले 15 सालों के दौरान ऐसा पहली बार है जब दिल्ली में मानसून इतनी देरी से पहुंचेगा. आम तौर पर दिल्ली में मानसून के पहुंचने की तारीख 27 जून तय मानी जाती है. इससे पहले 2012 में मानसून सात जुलाई को दिल्ली में पहुंचा था जबकि 2006 में मानसून ने नौ जुलाई को राजधानी में दस्तक दी थी.
मौसम विभाग ने इससे पहले कहा था कि राजधानी में मानसून अपने तय समय से 12 दिन पहले ही 15 जून को दस्तक दे देगा. एक जून को मानसूनी सीजन शुरू होने के बाद से अब तक दिल्ली में 44.1 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य यानी 104.2 मिमी से 58 प्रतिशत कम है.
बता दें, केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद मानसून देश के पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्सों में 12 दिन पहले ही पहुंच गया था. लेकिन इसके बाद इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं रहीं. मानसून कमजोर होकर रुक रुककर आगे बढने लगा.
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