नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत 1 मार्च से पहली बार आम लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना शुरू किया गया है. जिसके तहत 60 साल से अधिक आयु वाले और 45 साल से अधिक आयु वाले ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं उन्हें कोरोना का टीका लगाया गया.
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आकंडों के मुताबिक दिल्ली में पहले दिन 60 साल से अधिक आयु वाले कुल 5,176 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया. वहीं, 45-59 वर्ष की आयु वाले गंभीर बीमारियों से ग्रसित 1,009 लोगों को टीका लगाया गया. 1 मार्च को दिल्ली में कुल 15,521 लोगों का टीकाकरण किया गया, जिनमें वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाने वाले कुल लोगों की संख्या 12,435 है.
स्वास्थ्य विभाग के आकंडों के मुताबिक 1 मार्च को वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या है 4,296 है. साथ ही वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स की संख्या 1,954 है. वहीं, वैक्सीन का दूसरा डोज़ लगवाने वालों की संख्या 3,086. दिल्ली में आज वैक्सीन लगवाने के बाद प्रतिकूल परिस्थितियों का सिर्फ एक माइनर मामला सामने आया है.
आम लोगों के वैक्सीनेशन के लिये दिल्ली में कुल 192 वैक्सीनेशन साइट्स चिन्हित की गई हैं. जिनमे 136 वैक्सीनेशन साइट्स प्राइवेट हॉस्पिटल में हैं और 56 वैक्सीनेशन साइट्स सरकारी हॉस्पिटल में हैं. 136 प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स में वैक्सीन लगवाने के लिये 250 रुपए प्रति व्यक्ति प्रति डोज़ वैक्सीन की कीमत लाभार्थी को चुकानी होगी.
250 रुपए में 150 रुपए वैक्सीन की कीमत होगी और 100 रुपये प्रति डोज़ सर्विस चार्ज होगा. वहीं सरकारी वैक्सीनेशन साइट पर वैक्सीन पूरी तरह से फ्री होगी. सरकारी फैसिलिटी में टीका लगवाना है या प्राइवेट फैसिलिटी में ये चुनने का अधिकार लाभार्थी को है.
यह भी पढ़ें-
एक और झटका, अब बढ़े CNG और PNG के बढ़े दाम, जानें नई कीमतें
भारत से चिढ़े चीन की एक और चाल का खुलासा, हैकरों ने कोरोना टीके के फॉर्मूले को चुराने की कोशिश की