Delhi-Mumbai Expressway: 12 नवंबर को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का दिल्ली वाला हिस्सा जनता के लिए खोल दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार इस नई सुविधा से दिल्ली से सोहना तक यात्रा का समय 2.5 घंटे से घटकर सिर्फ 25 मिनट रह जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के खुलने से यमुना खादर, ओखला विहार और बटला हाउस जैसे व्यस्त इलाकों में ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी. 


यह नया 6 लेन का एक्सप्रेसवे और दो प्रमुख पुल आगरा नहर और गुड़गांव नहर के ऊपर पूरी तरह से तैयार हैं. एक्सप्रेसवे के खुलने से मथुरा रोड पर ट्रैफिक की समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा. इससे ना केवल सोहना, पलवल और फरीदाबाद जैसे क्षेत्रों में जाने का रास्ता आसान होगा बल्कि यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग भी बना देगा.


एलिवेटेड रोड से जाम की समस्या का समाधान


एक्सप्रेसवे का एलिवेटेड हिस्सा यमुना नदी के किनारे से होते हुए यमुना खादर, ओखला विहार और बटला हाउस जैसे इलाकों से गुजरेगा. यह सड़क मथुरा रोड की भीड़ को  काफी हद तक कम कर देगी जिससे यात्रियों को लंबी देरी और जाम से बचने में मदद मिलेगी. विशेष रूप से महारानी बाग से सोहना तक जाने के लिए ये एक वैकल्पिक मार्ग  होगा.


मीठापुर से कैली इंटरचेंज तक एक्सप्रेसवे का 24 किलो. हिस्सा तैयार
फरीदाबाद में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मीठापुर से कैली इंटरचेंज तक के 24 किलोमीटर हिस्से का निर्माण भी पूरा हो चुका है. इसमें कई प्रमुख स्थानों जैसे सेक्टर-30 ऐतमादपुर, बसेलवा कॉलोनी और खेड़ीपुल के पास अंडरपास बनाए गए हैं. इस नए हिस्से के खुलने से फरीदाबाद और दिल्ली के बीच यात्रा में और अधिक आसानी होगी और यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे.


प्रोजेक्ट की कुल लागत
इस नए एक्सप्रेसवे और पुलों के खुलने से न केवल ट्रैफिक कम होगा बल्कि ये दिल्ली-मुंबई के बीच यात्रा को भी सुविधाजनक बनाएगा. एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद यात्रियों को लंबी दूरी तय करने में मदद मिलेगी और यातायात की समस्या से छुटकारा मिलेगा. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 5,500 करोड़ रुपए है और इसके खुलने से दिल्ली-हरियाणा सीमा पर ट्रैफिक की गति और मार्ग की सुविधाओं में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.


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