बंद हो सकती हैं दिल्ली-मुंबई की फ्लाइट और ट्रेन सेवाएं, महाराष्ट्र सरकार कर रही है विचार
दिल्ली और मुंबई के बीच विमान और ट्रेन चलने पर रोक लगाई जा सकती है. महाराष्ट्र की उद्धव सरकार इस पर विचार कर रही है.
राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते इसका असर दिल्ली-मुंबई विमान और ट्रेन सेवाओं पर भी पड़ सकता है. दिल्ली और मुंबई के बीच विमान और ट्रेन चलने पर रोक लगाई जा सकती है. महाराष्ट्र की उद्धव सरकार इस पर विचार कर रही है. हालांकि, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इस बारे में किसी तरह का कोई आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य सरकार इस बारे मे जल्द फैसला ले सकती है. उद्धव सरकार ऐसा कदम राजधानी में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते लेने पर विचार कर रही है.
शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना संक्रमण 75 सौ नए मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों और मौत के चलते इसका सीधा असर एनसीआर समेत हरियाणा और राजस्थान में भी देखा जा रहा है, जहां पर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
गौरतलब है कि राजधानी में लगातार बढ़ते कोरोना केस के चलते जहां दिल्ली सरकार मास्क ना पहनने पर जुर्माने की रकम को पांच सौ रुपये से बढ़कार 2 हजार रुपये कर दिया तो वहीं शुक्रावर को डोर-टू-डोर सर्वे शुरू कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बैठक में डोर टू डोर सर्वे कराने का फैसला लिया गया था. सर्वे में 13-14 लाख घरों में दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य विभाग की टीमें जाएंगी. दिल्ली के 11 जिलों में करीब 57 लाख लोगों का सर्वे होगा. संदिग्ध लोगों की आइसोलेशन प्रक्रिया में इस सर्वे का रोल अहम होगा.
सर्वे करने वाली हर टीम में 2-5 लोग होंगे. कुल 9500 टीम होंगी. घनी आबादी और कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों का सर्वे होगा. फिलहाल दिल्ली सरकार एक पॉजिटिव मामला सामने आने पर उसके संपर्क वाले 16 लोगों की फोन पर कांटेक्ट ट्रेसिंग कर रही है, इस सर्वे टीम को कॉन्टेक्ट्स ट्रेसिंग का काम फेस टू फेस करना होगा.जिन घनी आबादी वाले इलाकों में संक्रमण और कांटेक्ट की संख्या ज्यादा है, वहां पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाना इन्ही टीमों की ज़िम्मेदारी होगी, और यह भी सुनिश्चित करना होगा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट से जो लक्षण वाले लोग नेगेटिव आए हैं, उनका RT-PCR टेस्ट भी करवाया जाए.
सर्वे के लिये बनी टीमें यह भी देखेंगी कि होम आइसोलेशन में जो लोग रह रहे हैं क्या वह नियमों का ठीक से पालन कर रहे हैं या नहीं. इसके लिए यह टीमें होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ों के घर भी जाएंगी.