Delhi Mundka Fire: दिल्ली के मुंडका में लगी भीषण आग में अब तक 27 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं और कई लोग अब भी लापता हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे, जो इस भयानक अग्निकांड से किसी तरह बचकर निकल आए, या यूं कहें कि मौत के मुंह से निकलकर आ गए. 18 साल की तनू भी उन्हीं में से एक है. जिसने इस पूरी घटना की कहानी बताई और बताया कि कैसे वो इस बिल्डिंग से बाहर निकल पाई.
बताया कैसे निकल पाए बाहर
तनू इस कंपनी में 1 साल से काम करती है और उसके दोनों हाथों में चोट लगी है, उसने बताया कि वो सेकेंड फ्लोर पर मौजूद थी. मीटिंग में सारा स्टाफ था. किसी को पता नहीं चला बाहर क्या हुआ. बाहर निकलने का एक ही रास्ता है. पहले दरवाजा तोड़ने की बहुत कोशिश की, काफी मशक्कत के बाद दरवाजा तोड़ा गया, लेकिन इसके बाद भी वहां से नहीं निकल पाए. फिर सर जहां काम करते हैं, वहां का शीशा ऊपर करके हम लोग बाहर निकले. दूसरी मंजिल पर शटर उठाया फिर वहां से रस्सी के सहारे नीचे आए. इस पूरी बिल्डिंग में 250 लोग थे. हम लोग वहां डेढ़ घंटे तक फंसे हुए थे. हम वहां सांस भी नहीं ले पा रहे थे. हमें बस किसी तरह निकलना था.
तनू ने बताया कि इस घटना में उनके बॉस के पिता की मौत हो गई. वो भी उस दौरान मीटिंग में थे, उनसे चला नहीं जाता, क्योंकि वो काफी उम्रदराज थे. फायर ब्रिगेड की गाड़ी देर से पहुंची. हम लोगों के निकलने के बाद वहां काफी लोग फंसे हुए थे. उनमें ज्यादातर महिलाएं थीं. तनू ने बताया कि एग्जिट गेट पर कोई भी fire extinguisher नहीं लगा हुआ था.
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