Delhi Murder Case: शाहबाद डेयरी हत्याकांड का आरोपी साहिल लगभग सवा दो साल पहले इस इलाके में रहने आया था. वो यहां की जेजे कॉलोनी के डी ब्लॉक की गली नंबर 5 में अपने माता-पिता और बहनों के साथ रहता था. साहिल की नानी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि साहिल का किसी गाड़ी के चक्कर में झगड़ा हुआ था, जिसके बाद साहिल और उसके परिवार वाले यहां से घर छोड़कर जैन कॉलोनी में चले गए थे.
एबीपी न्यूज़ के रिपोर्टर जब गली नम्बर 5 के उस घर पर पहुंचे तो वहां पर ताला लगा हुआ था. आस-पड़ोस के लोगों से जब बात की तो रामअखिल नाम के एक व्यक्ति ने ये दावा किया साहिल और उसके साथियों ने लगभग 1 साल पहले उनके बेटे के साथ मारपीट की थी. उनके बेटे के सिर में 14 टांके आए थे. उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस ने बेहद हल्की धाराओं में मामला दर्ज किया.
साहिल श्री कृष्ण ग्रुप से जुड़ा हुआ है
रामअखिल का दावा है कि वो हाईकोर्ट भी गए, लेकिन बाद में पुलिस ने उन्हें डराया, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया. रामअखिल ने ये भी दावा किया कि साहिल श्री कृष्ण ग्रुप से जुड़ा हुआ है. ये ग्रुप इलाके में दबंगई दिखाता है. यहां रहने वाली एक महिला ने भी इस बात की पुष्टि की है कि लगभग 2 साल पहले साहिल इसी मकान में अपने माता-पिता और बहनों के साथ रहता था. उनका कहना है कि किसी गाड़ी को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद साहिल और उसका परिवार यहां से चला गया था. इससे ज्यादा यह लोग नहीं जानते.
साहिल ने साथियों के साथ मिलकर गोली मारी
इसी पड़ताल के दौरान एबीपी न्यूज़ को ये पता चला कि साहिल ने लगभग दो सवा दो साल पहले इसी इलाके में गोविंदा नाम के एक लड़के को अपने साथियों के साथ मिलकर गोली मारी थी. हम जब गोविंदा के घर पहुंचे तो घर वालों ने कहा कि गोविंदा काम पर गया हुआ है. वो गाड़ी चलाता है. गोविंदा की मां ने कैमरे के आगे बात करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद हिडन कैमरे से उनकी बात को रिकॉर्ड किया तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि लगभग 2 साल पहले साहिल और उसके साथियों ने उनके एकलौते बेटे गोविंदा पर गोलियां चलाई थी.
गोविंदा की मां ने बताया कि गोविंदा वैष्णो देवी से आया था, तब साहिल और उसके दोस्तों ने गोविंदा की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया था. गोविंदा ने उसे थप्पड़ मार दिया, इसी बात पर साहिल और उसके दोस्तों ने गोविंदा को गोली मारी थी. गोविंदा कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती भी रहा था. उनका कहना था कि अब हम इस केस में समझौता कर चुके हैं.
'क्योंकि हमारा बेटा इकलौता है'
गोविंदा की मां ने कहा कि हम इसलिए कुछ नहीं बोलना चाहते कैमरे पर क्योंकि हमारा बेटा इकलौता है, सात बहनों का अकेला भाई है. जब उसके साथ ये घटना हुई थी, तब मदद के लिए कोई नहीं आया था. अब हम किसी से दुश्मनी नहीं रखना चाहते हैं. इसलिए वह कैमरे पर कोई भी बात नहीं करना चाहेंगे. इसी बीच गोविंदा की बहन भी आई उसने कहा कि हम किसी से डरते नहीं है, लेकिन हम कैमरे पर बात नहीं करना चाहते.
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