नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले महीनों में प्रचंड गर्मी के साथ लू का अलर्ट जारी किया गया है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मार्च और अप्रैल में भारत के कई हिस्सों, विशेष रूप से मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा.


विभाग ने स्पष्ट किया है कि अप्रैल में दिल्ली, यूपी, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, एमपी और अधिकांश महाराष्ट्र के औसत तापमान में 1-1.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं फरवरी में महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के राज्यों में पहले ही गर्म हो गया है. जिसके आधार पर मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले दो महीनों में तापमान में और वृद्धि होगी.


अधिकांश भारत में उच्च तापमान की संभावना


मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और दक्षिण भारत के राज्य- कर्नाटक, आंध्र और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मार्च का औसत तापमान सामान्य से 0.5-1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है. जबकि अप्रैल में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में उच्च तापमान की संभावना है.


अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल प्रेडिक्शन की अत्याधुनिक जलवायु मॉडल पर आधारित पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि मौसम के सभी पूर्वानुमान ग्रीनहाउस इफेक्ट से जुड़े ग्लोबल-वार्मिंग की प्रवृत्ति पर आधारित है.


इस साल एल-नीनो का प्रभाव नहीं


उन्होंने कहा कि अभीतक एल-नीनो का प्रभाव नहीं दिखाई दे रहा है. जबकि पिछले साल जून तक एल नीनो का प्रभाव था. इसलिए वर्तमान वर्ष गर्मियों के तापमान पर भी इसका असर हो सकता है और तापमान सामान्य से अधिक हो जाएगा.


गौरतलब है कि 2012 में अल नीनो के प्रभाव होने के चलते गंभीर हीट वेव देखा गया था और औसत तापमान में वृद्धि हुई थी. पिछले 50 सालों के मौसम पर आधारित आंकड़ों के अनुसार, पूरे भारत में इस बार गर्मी के औसम तापमान अधिक रहेगा.


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