Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण मामले पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार (21 नवंबर) को सुनवाई होने वाली है. दिवाली से पहले जब सुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण के मामले पर सुनवाई हुई थी, तो कोर्ट ने पराली जलाने पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया था. कोर्ट ने निर्देश दिया था कि राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं. कोर्ट ने दिल्ली के बंद स्मॉग टावर दोबारा चालू करने समेत कई आदेश दिए. 


सुप्रीम कोर्ट में ऐसे वक्त में दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण पर सुनवाई हो रही है, जब राजधानी और उसके आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. मंगलवार सुबह ही दिल्ली की हवा 'बेहद खराब' स्तर की रही है. सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हो रहा है. SAFAR India के डाटा के मुताबिक, राजधानी में मंगलवार सुबह एक्यूआई 323 रिकॉर्ड किया गया है. 


लगातार खराब हो रही हवा की क्वालिटी


सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आनंद विहार में एक्यूआई 375, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 399, लोधी रोड में एक्यूआई 315, न्यू मोती बाग में एक्यूआई 374 रिकॉर्ड किया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को शाम 4 बजे तक 24 घंटे में औसतन एक्यूआई 348 रिकॉर्ड किया गया है. सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात ये है कि रविवार को 24 घंटे के अंतराल पर इसे 301 रिकॉर्ड किया गया था. 


राजधानी समेत एनसीआर में मंगलवार सुबह की शुरुआत धुंध की एक मोटी परत के साथ हुई है. जिस तरफ भी देखा जा रहा है, उस तरफ धुंध ही धुंध नजर आ रही है. ऐसा तब हुआ जब केंद्र सरकार ने शनिवार को वायु प्रदूषण के स्तर में मामूली गिरावट के बाद निर्माण कार्य और दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित सख्त प्रतिबंध हटा दिए. ऐसे में हवा की खराब गुणवत्ता को देखते हुए एक बार फिर से प्रतिबंध भी लागू हो सकते हैं. 


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