नितिन गडकरी को दिल्ली आने में क्यों लगता है डर? केंद्रीय मंत्री ने कर दिया बड़ा खुलासा
Delhi-NCR Air Pollution: 3 दिसंबर, 2004 को दिल्ली के निवासियों ने हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार देखा. सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 274 पर था, जो लगातार तीसरे दिन राहत का संकेत है.
Nitin Gadkari On Delhi Air Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर से परेशान केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार (03 दिसंबर, 2024) को स्वीकार किया कि उन्हें राष्ट्रीय राजधानी आने का मन नहीं करता. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में उन्हें अक्सर संक्रमण हो जाता है.
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नागपुर से सांसद गडकरी ने कहा कि दिल्ली शहर ऐसा है कि “मुझे यहां रहना पसंद नहीं है. यहां प्रदूषण के कारण मुझे संक्रमण हो जाता है.” उन्होंने कहा, “हर बार दिल्ली में आते हुए ऐसा लगता है कि (दिल्ली) जाना चाहिए कि नहीं. इतना भयंकर प्रदूषण है.” गडकरी ने सुझाव दिया कि प्रदूषण को कम करने का सबसे अच्छा तरीका जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल, डीजल) की खपत को कम करना है.
दिल्ली के प्रूदूषण का हाल
आज मंगलवार (03 दिसंबर, 2024) को दिल्ली के निवासियों ने हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार देखा. सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 274 पर था, जो लगातार तीसरे दिन राहत का संकेत है. दिल्लीवासियों के लिए दिसंबर की शुरुआत नवंबर की तुलना में अपेक्षाकृत आसान रही है. नवंबर में महीने के ज्यादातर दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी अधिक था. सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रदूषण को लेकर सख्त रुख अपनाया हुआ है और गुरुवार (05 दिसंबर, 2024) को सुनवाई है.
नितिन गडकरी ने इसे बताया सबसे बड़ी चुनौती
गडकरी ने कहा कि भारत 22 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करता है, जो अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और पारिस्थितिकी के दृष्टिकोण से चुनौतीपूर्ण है. उन्होंने कहा, “हम वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देकर जीवाश्म ईंधन के आयात को कम कर सकते हैं.” अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर गडकरी ने कहा कि भारत के सामने सबसे बड़ी समस्या गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी है, इसलिए आने वाले समय में सरकार को आर्थिक और सामाजिक समानता हासिल करना सुनिश्चित करना होगा.
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