Delhi-NCR Earthquake: नेपाल था भूकंप का केंद्र, धरती हिलने पर क्या करें और क्या नहीं?
Delhi-NCR Earthquake: दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार (3 अक्टूबर) को आए भूकंप का केंद्र नेपाल था.
Delhi-NCR Earthquake: दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार (3 अक्टूबर) को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इसका केंद्र पड़ोसी देश नेपाल में पांच किलोमीटर की गहराई में था.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी) ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''भूंकप की तीव्रता 6.2 थी. ये मंगलवार की दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर आया.'' इस दौरान ऑफिस से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर लोग घबराए दिखे और इमारतों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए.
नेपाल में आए चार झटके
भूकंप के केंद्र रहे नेपाल में चार बार झटके महसूस किए गए. इसमें पहला झटका पहला झटका 2 बजकर 25 मिनट पर 4.6 तीव्रता का था. वहीं दूसरा झटका दूसरा झटका - 2 बजकर 51 मिनट पर 6.2 तीव्रता वाला था. तीसरा झटका तीन बजकर 6 मिनट पर 3.6 तीव्रता वाला था.
#WATCH | Earthquake tremors felt in Khatima, Uttarakhand. pic.twitter.com/vzUterBau7
— ANI (@ANI) October 3, 2023
भूकंप आने पर क्या करना चाहिए?
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के मुताबिक, भूकंप आने पर आप जिस जगह हों वहां से ग्राउंड. या पार्क में चले जाएं. आपको जाने का मौका नहीं मिलता है तो ऐसे में घबराए नहीं और टेबल या मजबूत मेज के नीचे जाएं. इस दौरान एक हाथ से अपने सिर को ढके. भूकंप के झटके खत्म होने तक टेबल को पकड़े रहे. आप गाड़ी के अंदर हैं तो इसे रोककर झटके समाप्त होने तक अंदर रहें.
Earthquake of Magnitude:6.2, Occurred on 03-10-2023, 14:51:04 IST, Lat: 29.39 & Long: 81.23, Depth: 5 Km ,Location:Nepal for more information Download the BhooKamp App https://t.co/rBpZF2ctJG @ndmaindia @KirenRijiju @Indiametdept @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES pic.twitter.com/tOduckF0B9
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) October 3, 2023
क्या नहीं करें?
भूकंप आने पर अगर आप किसी इमारत में हैं तो नीचे जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करें. क्षतिग्रस्त इमारतों में नहीं जाएं. इसके अलावा अगर मलबे में फंस गए हैं तो माचिस नहीं जलाएं और अपने मुंह को कपड़े से ढकें.
भूकंप से पहले क्या करें?
एनडीएमए ने बताया कि अपने घर को भूकंप प्रतिरोधी बनाने के लिए स्ट्रक्चरल इंजीनियर से परामर्श करें. दीवारों और छतों की दरारों की मरम्मत कराएं. आपातकालीन किट तैयार रखें. साथ ही खुले टांड़ दीवार से मजबूती से बांधे और भारी सामान निचली टांडों पर रखें. इसके अलावा अपने परिवार के साथ एक निजी आपातकालीन योजना तैयार करें.
ये भी पढ़ें- Earthquake: दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके, लोगों में दहशत