नई दिल्ली: दिल्ली यातायात पुलिस ने प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करने और पुराने वाहनों को चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए शहर के 170 स्थानों पर टीम तैनात की. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.
शहर में बढ़ रहे प्रदूषण स्तर के खिलाफ सरकार की शीतकालीन कार्य योजना के कार्यान्वयन के लिए यह कार्रवाई की जा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक बैठक में शहर के प्रदूषण संकट से निपटने के लिए आपातकालीन उपायों की घोषणा की थी.
शीतकालीन कार्य योजना पर काम कर रहे हैं- पुलिस अधिकारी
इस बैठक में वरिष्ठ यातायात अधिकारियों के साथ अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए थे. बैठक में मुख्यमंत्री ने यातायात समेत सभी संबंधित विभागों को प्रदूषण रोकने के लिए जारी दिशानिर्देश का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए थे. दिल्ली यातायात के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हम प्रदूषण रोकने के लिए पहले से ही शीतकालीन कार्य योजना पर काम कर रहे हैं. खासतौर पर अक्टूबर से हमारी प्राथमिकता प्रदूषण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की रही है.’’
पीयूसी सर्टिफिकेट चेक कर रही टीम- अधिकारी
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों को जब्त कर रहे हैं और वैध प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाण पत्र के लिए वाहनों की जांच कर रहे हैं.’’ कार्य योजना के तहत यातायात पुलिस ने कई स्थानों पर अपनी टीम तैनात की है, जहां इसकी जांच की जा रही है कि वाहनों के पास पीयूसी सर्टिफिकेट हैं या नहीं. कुल 170 चिह्नित स्थानों पर टीम तैनात की गई है.
प्रदूषण कारक वाले वाहनों की जांच करने के दिए आदेश
संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) मनीष कुमार अग्रवाल ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वालों की जांच के लिए यातायातकर्मियों को सख्त आदेश दिए गए कि वे प्रदूषण कारक वाले वाहनों की जांच करें. दिल्ली यातायात पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल एक जनवरी से 31 अक्टूबर के बीच पीयूसी सर्टिफिकेट उल्लंघन के लिए 59,644 चालान, 10 से 15 साल पुराने वाहन चलाने के संबंध में 1201 चालान जारी किए गए. अधिकारियों ने बताया कि पिछले महीने यातायात पुलिस द्वारा शीतकालीन कार्ययोजना लागू की गई.
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