राजधानी दिल्ली के मोती नगर के बसई दारापुर इलाके में गुरुवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब एक फ्लैट की तीसरी मंज़िल से एक लाश बरामद हुई. दरअसल इस लाश की जानकारी दिल्ली पुलिस को जम्मू पुलिस से मिली.


डीसीपी वेस्ट उर्विजा गोयल ने बताया कि जम्मू के रहने वाले नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर 2 सितंबर तारीख को दिल्ली आए थे उन्हें अपने परिवार के पास कनाडा जाना था उनकी फ्लाइट 2 सितंबर की शाम की थी. लेकिन जब 3 तारीख को त्रिलोचन सिंह कनाडा नहीं पहुंचे तो परिवार को चिंता सताने लगी. परिवार को जानकारी थी कि त्रिलोचन सिंह हरप्रीत सिंह के साथ है.


त्रिलोचन सिंह की लाश कमरे में अटैच बाथरूम में पड़ी मिली


पुलिस के मुताबिक हरप्रीत सिंह त्रिलोचन सिंह का खास आदमी था. परिवार ने हरप्रीत सिंह को फ़ोन किया, पुलिस की माने तो हरप्रीत ने परिवार को बताया कि उनका फ़ोन दिल्ली में ही रह गया है और त्रिलोचन सिंह को फ्रैंकफर्ट में 72 घंटे के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है. शुरुआत में परिवार ने हरप्रीत सिंह की बात पर विश्वास कर लिया लेकिन त्रिलोचन सिंह जब उसके बाद भी नहीं पहुंचे तो परिवार ने जम्मू पुलिस से संपर्क किया क्योंकि हरप्रीत सिंह का फोन बंद था.


इसके बाद जम्मू पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क साधा और हरप्रीत सिंह के उस फ्लैट के बारे में जानकारी दी जहां त्रिलोचन सिंह हो सकते थे. जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस की टीम दिल्ली मोती नगर इलाके के बसई दारापुर के फ्लैट में पहुंची. वहां NC नेता त्रिलोचन सिंह की लाश कमरे में अटैच बाथरूम में पड़ी हुई थी. पुलिस के मुताबिक बॉडी काफी बुरी हालत में थी.


पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है


जम्मू पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और जब दिल्ली पुलिस इस फ्लैट में तीसरी मंजिल पर पहुंची तो पुलिस को इस फ्लैट के अंदर त्रिलोचन सिंह की लाश मिली. आपको बता दें जो लाश थी वह एक कमरे में अटैच बाथरूम के अंदर पड़ी हुई थी और बहुत ज्यादा डीकंपोज हालत में थी. फिलहाल पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और तमाम एंगल से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.


पुलिस के मुताबिक कमरे से बदबू आ रही थी. तुरंत FSL की टीम को बुलाया गया और तमाम आलाधिकारी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे. पुलिस का कहना है कि हत्या कैसे की गई ये तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा.


हत्या के इस सनसनीखेज मामले में पुलिस को शक फ्लैट में रहने वाले हरप्रीत सिंह पर क्योंकि आखिरी बार नेता त्रिलोचन सिंह उसी के साथ थे और उसी ने परिवार को त्रिलोचन सिंह के बारे में गलत जानकारी दी थी. इतना ही नहीं हत्या के इस मामले में एक हरमीत नाम के शख्स का भी नाम सामने आ रहा है.


हत्या के बाद से हप्रीत और हरमीत दोनों फरार


हत्या के इस मामले में पुलिस को हरप्रीत सिंह और हरमीत दोनों पर शक है क्योंकि हत्या के बाद से ही दोनों फरार हैं. पुलिस की मानें तो हरप्रीत सिंह तरलोचन सिंह का खास आदमी था यह फ्लैट भी उसी का था और वह उसी के फ्लैट में रुके हुए थे. दोनों के फरार होने के बाद अब पुलिस यह कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार त्रिलोचन सिंह की जो हत्या की गई है उसके पीछे का मकसद क्या था क्योंकि घर के अंदर लूटपाट के कोई निशान पुलिस को नहीं मिले हैं.


डीसीपी वेस्ट के मुताबिक हरप्रीत और हरमीत दोनों फरार हैं. दोनों के फ़ोन भी बंद हैं. पुलिस की माने तो हरप्रीत सिंह नेता त्रिलोचन सिंह का खास आदमी था ये फ्लैट उसी ने किराए पर लिया हुआ था. आसपास के लोगों को उसने बताया हुआ था कि वो तहसीलदार के एग्जाम की और जुडिशल ऑफिसर के एग्जाम की तैयारी कर रहा है. पहले वो नई दिल्ली इलाके में किराए पर रहता था. हरप्रीत दिल्ली का ही रहने वाला है. हरप्रीत सिंह खुद को पत्रकार बताता था और हल्ला बोल नाम से एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म भी चला रहा था. वही हरमीत जम्मू का रहने वाला है उसके बारे जानकारी जुटाई जा रही है.


त्रिलोचन सिंह जम्मू के एक प्रमुख सिख नेता रहे हैं


वहीं इस मामले पर त्रिलोचन सिंह के भाई भूपेंद्र सिंह जोकि जम्मू-कश्मीर पुलिस महकमे से रिटायर है उनका कहना है कि इस हत्या की जानकारी पुलिस से मिली. इनके भाई त्रिलोचन सिंह जम्मू की एक बड़ी हस्ती थे. त्रिलोचन सिंह जम्मू के एक प्रमुख सिख नेता और वह नेशनल कांफ्रेंस के पूर्व एमएलसी भी रह चुके हैं. इसके साथ ही त्रिलोचन सिंह ऑल जम्मू एंड कश्मीर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन चेयरमैन भी थे. परिवार इस हत्या के पीछे का मकसद पॉलिटिकल रैवेलरी है बाकी पुलिस की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा.


पुलिस ने हत्या का मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन हत्या का मकसद अभी तक साफ नहीं हो पाया है. पुलिस का कहना है कि हरप्रीत कौर हरमीत की गिरफ्तारी के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि आखिरकार त्रिलोचन सिंह की हत्या किस मकसद से की गई थी.


हत्या के इस मामले की जांच पुलिस तमाम एंगल से कर रही है लेकिन हत्या का मकसद अभी भी साफ नहीं है. पुलिस इलाके के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. लोकल पुलिस के साथ साथ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल भी इस मामले की जांच कर रही है. नेता त्रिलोचन सिंह के फोन की जांच की जा रही है. पुलिस का दावा है कि हत्या की इस गुत्थी को जल्द सुलझा लिया जाएगा.


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