Delhi Minor death: दिल्ली कैंट इलाके में नौ साल की बच्ची की संदिग्ध मौत के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. मंगलवार को सुबह से ही बीच सड़क पर मंच लगा कर बच्ची को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है. अलग अलग दलों के राजनीतिक लोगों का आना लगा रहा. लेकिन स्थानीय लोगों ने किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को बतौर राजनेता मंच पर जाने नहीं दिया. इसी क्रम में जब भीम आर्मी के चंद्र शेखर यहां पहुंचे तो उनके साथ आये काफिले पर आजाद समाज पार्टी के झंडे लगे थे. स्थानीय लोगों ने उन्हें मंच पर तब ही चढ़ने दिया, जब झंडे गाड़ियों में रख दिये गए. इतना ही नहीं जब वे परिवार से मंच पर मिले तो थोड़ी देर बाद ही उन्हें नीचे जाने के लिए कह दिया गया, जिसके बाद चंद्र शेखर मंच के बराबर में सड़क पर ही बैठ गए.


बच्ची की माँ ने कहा कि मौत के ज़िम्मेदार लोगों को फांसी हो


दिल्ली कैंट इलाके में 9 साल की बच्ची की संदिग्ध मौत के मामले में बच्ची की मां का कहना है कि रविवार शाम 7 बजे पुजारी मुझे खोजता हुआ आया और कहा की बच्ची की मौत हो गई है. मैं श्मशान घाट में गई तो बच्ची पड़ी हुई थी. मैंने कहा कि क्या हुआ? पंडित ने कहा कि बच्ची की करंट लगने से मौत हो गयी. मैंने कहा कि करंट कैसे लगा? उसने बोला कि वाटरकूलर से पानी भरते हुए करंट लगा. इसके बाद मेरे पति को भी बाद में बुलाया गया. पंडित ने कहा कि अब पुलिस को इसकी जानकारी देने से कोई फायदा नहीं? बच्ची का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जिसमें उसके अंग निकाल लिए जाएंगे. इसलिए अच्छा होगा कि उसका अंतिम संस्कार करवा दिया जाए. फिर पंडित ने खुद ही बच्ची का अंतिम संस्कार करवा दिया. हमें न तो कहीं बाहर जाने दिया गया. इतना ही नहीं जब हम घर आ रहे थे तो उसने कहा कि रोना मत. लेकिन मेरी बेटी की मौत हुई है, मुझसे रहा नहीं गया. मैं रोने लगी. हमारे गाँव के हमारी बिरादरी भाई हमारे साथ आये और फिर शमशानघाट गए. चिता बुझाई और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस हमें थाने ले गयी, जहां पर हमारे एक रिश्तेदार ने मेरे पति को गाली दी, मारा लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं कहा. मजिस्ट्रेट के सामने भी मेरे बयान हुए. मुझे शक है कि बच्ची के साथ गलत काम करके उसकी हत्या की गई है. बच्ची की हत्या करने वालों को फांसी होनी चाहिए. 


आधी अधूरी जानकारी के साथ राखी बिड़लान भी परिवार से मिलने पहुंची


आप विधायक राखी बिड़लान भी मंगलवार को परिवार से मिलने पहुंची. राखी बिड़लान का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी रविवार रात को मिली तो वह परिवार से मिलने आयी. इस परिवार को न्याय मिलना चाहिए. पहले राखी बिड़लान ने कहा कि पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज की और न आरोपियों को गिरफ्तार किया. जब उन्हें टोका गया और बताया गया कि एफआईआर दर्ज है और 4 आरोपी भी गिरफ्तार है, तो राखी बिड़लान ने कहा कि जो स्थानीय लोगों ने बताया मैने उसके अनुसार बोला, पुलिस से मैंने अभी बात नहीं की. लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बावजूद परिजनों को एफआईआर की कॉपी नहीं देना भी पुलिस की गलती है. मैं पुलिस कमिश्नर से मिलने का समय मांगूंगी.


चंद्रशेखर ने कहा- दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी से मिलूंगा


भीम आर्मी के चंद्र शेखर ने कहा कि जब दिल्ली में ये हालत है, तो यूपी के दूरदराज इलाकों का अंदाजा लगाया जा सकता है. सीएम केजरीवाल के लिए कहा कि 3 दिन हो गए लेकिन मुख्यमंत्री को पीड़ित परिवार से मिलने का समय तक नहीं मिला. चंद्र शेखर ने कहा कि मैं आज यहां पर बच्ची के परिवार से मिला. वे लोग इस हालत में नहीं है कि अभी अपनी बात को सही तरीके से रख सके. उनकी 9 साल की बच्ची की मौत हुई है. दिल्ली जैसे शहर में ऐसा हो रहा है, तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी के ग्रामीण इलाकों का क्या हाल होगा? मैं दिल्ली पुलिस के जॉइंट सीपी से मिलूंगा, अब तक क्या कार्रवाई की गई है, ये पूछूंगा.


चंद्रशेखर ने आगे कहा कि हमारी लीगल टीम भी इस परिवार की मदद करेगी. ये मामला फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलना चाहिए. चंद्र शेखर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के लिए कहा कि क्या वे बाल्मीकि समाज को महज वोट बैंक समझते हैं? तीन दिन हो गए लेकिन उन्हें इस परिवार से मिलने का समय नहीं मिला. जब चंद्र शेखर से सवाल किया गया कि क्या यूपी विधानसभा चुनाव में आप चुनाव लड़ोगे? तो उन्होंने कहा कि यहां मैं कोई राजनीतिक बात नहीं करूंगा.


डीसीपी साउथवेस्ट ने क्या कहा?


इधर, डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस को रविवार रात लगभग 10 बजे इस मामले की पीसीआर कॉल मिली थी, जिसके बाद हम लोग मौके पर पहुंचे थे. बच्ची का जो अधजला शव था, उसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. फॉरेंसिक जांच के लिए जो जरूरी एक्सहिबिट(नमूने) है, घटनास्थल से और मुख्य आरोपी श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम के घर से भी लिए गए हैं. चारों आरोपियों राधेश्याम, सलीम, लक्ष्मी नारायण और कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है. शुरुआत में पीड़ित पक्ष की तरफ से जो आरोप लगाए गए थे, उसके अनुसार एफआईआर दर्ज की गई थी.


उन्होंने बताया कि इसके बाद सोमवार रात को एससी/एसटी कमीशन की कमिटी भी आई थी, उसके बाद अन्य जो आरोप लगाए गए, उसके तहत भी जो गंभीर से गंभीर धाराएं हो सकती हैं जैसे रेप, हत्या, पॉक्सो, सबूत नष्ट करना, बच्ची के माता पिता को जबरन रोक कर रखना आदि धाराएं लगाई गई हैं. बच्ची के मां के बयान भी मजिस्ट्रेट के सामने भी करा दिए गए हैं. प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दी जाएगी.


मामले की जांच थाने से डीआईयू को ट्रांसफर की


नई दिल्ली रेंज के जॉइंट सीपी ने कहा कि पीड़ित परिवार से मिला और उन्हें बताया गया कि अब तक पुलिस ने क्या किया है. ये भी बताया गया है कि परिवार को जब भी जरूरत हो, हमसे मिल सकते हैं क्योंकि इस मामले में स्थानीय थाने पर लोगों को विश्वास नहीं है, इसलिए मामले की जांच जिला जांच इकाई(डीआईयू) को सौंप दी गयी है. गजेटेड ऑफिसर की निगरानी में मामले की जांच की जाएगी. मामले की चार्जशीट 60 दिन के अंदर दाखिल की जाएगी.