नई दिल्लीः किसान प्रदर्शन के दौरान दिल्ली नोएडा चिल्ला बॉर्डर को भी किसानों के घेराव के बाद बंद कर दिया गया था. हजारों किसान बॉर्डर पर जमे थे. हालांकि किसानों का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता है और उनकी बात नहीं मानी जाती हैं तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा.
किसानों का कहना है हम पर खालिस्तान और आतंकवादी होने का आरोप लग रहा है. हम किसी संगठन से नहीं जुड़े हैं. हम किसान हैं और हम सभी अपने खेतों को छोड़ के यहां खड़े हैं. वही दूसरी ओर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. दरअसल नोएडा गेट का ये रास्ता दिल्ली और नोएडा में काम करने वाले लाखों लोगों के लिए ये मुख्य मार्ग है. ऐसे में कुछ देर बंद रहने के कारण काफी लोगों को ट्रैफिक डायवर्जन की वजह से परेशानी हुई.
किसानों से बातचीत
वहीं गाजियाबाद में दिल्ली और यूपी के किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है. किसान अलग-अलग रूपों में यहां पहुंच रहा है. ऐसे ही एक किसान शाहजहांपुर से आए हैं जिसने अपने गले में जंजीर की बेडिया लगा डाल रखी है. उसने बताया कि यह अंग्रेजो के जमाने कि जंजीर है. हमारे बाप दादा ने गले में डाल रखी थी. अब यह मोदी ने काला कानून बना कर फिर हमारे गले में बेड़ियां डाल दी है.
वहीं एक किसान महिला ने भी इस कानून के विरोध में खूब बोला लेकिन जब हमने उनसे कानून के बारे में पूछा तो महिला भ्रम की स्थिति में आ गई. इन्होंने बताया कि हम इस आंदोलन को लगातार जारी रखेंगे. किसान उत्तराखंड, पश्चिम, उत्तरप्रदेश के कई जिले से किसान यहां पहुंच रहे हैं.
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