नई दिल्ली: दिल्ली में आज भी धुंध का कहर जारी है. डॉक्टरों ने दिल्ली और एनसीआर में मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात घोषित कर दिए हैं. इसको लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई भी हो चुकी है. अदालतों ने दिल्ली के पर्यावरण प्रदूषण को लेकर गहरी चिंता की जताते हुए कई कदम उठाने का आदेश दिया हुआ है.


इस बीच अगर कोई आपसे कहे कि दिल्ली में तो देश के कई शहरों से कम प्रदूषण है तो शायद आपको यकीन ना हो, लेकिन ये सच है. ये बात हम नहीं बल्कि केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े कह रहे हैं.




  • इस सूची में सबसे पहली पंक्ति में खड़ी है ताज नगरी आगरा यहां पर पीएम 2.5 का स्तर 450 मापा गया,

  • दूसरे नंबर पर खड़ा है भिवानी जहां पर पीएम 2.5 का स्तर 435 दर्ज किया गया,

  • तीसरे और चौथे नंबर पर गाजियाबाद और गुरुग्राम है जहां पर पीएम 10 और पीएम 2.5 क्रमशः 486 और 436 तक जा पहुंचा है.

  • इसके बाद नंबर आता है रोहतक का जहां पर पीएम 2.5 461 मापा गया.

  • इसके बाद पटना जहां पर पीएम 2.5 435 रहा.

  • इसके बाद नोएडा और वाराणसी जहां पीएम 2.5 429 दर्ज किया गया.

  • वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीएम 2.5 424 जा पहुंचा है.

  • इसी तरह से कानपुर में पीएम 2.5 405 दर्ज किया गया.

  • इन सब शहरों के बाद यानी की ग्यारहवीं पायदान पर है देश की राजधानी दिल्ली जहां पर पीएम 2.5 403 था.


मुंबई में हालात बेहतर लेकिन तिरुवनंतपुरम सबसे सुरक्षित
वही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पर्यावरण काफी हद तक बेहतर कहा जाएगा क्योंकि यहां पर पीएम 2.5 का स्तर 124 निकला वही पर्यावरण सुरक्षा के हिसाब से देश का सबसे बेहतरीन शहर है तिरुवनंतपुरम जहां पर पीएम 2.5 महज़ 61 है यानी की तय सीमा से भी काफी नीचे है.