Delhi Odd-Even: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच एक बार फिर दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन योजना चर्चा में है. ग्राफ के चौथे चरण लागू करने के साथ केजरीवाल सरकार ने ऐलान कर दिया है कि इस बार दिवाली के अगले ही दिन यानी 13 नवंबर से 20 नवंबर के बीच एक हफ़्ते के लिए ऑड- ईवन स्कीम चलाई जाएगी.


दिल्ली सरकार का कहना है कि इस एक हफ्ते में इस पर स्टडी की जाएगी कि क्या इस स्कीम से प्रदूषण में कोई कमी आई है या नही? अगर प्रदूषण के स्तर में किसी तरह की कमी नजर आती है तो फिर इसे आगे लागू करने पर भी विचार किया जाएगा. 


दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा इस ऑड ईवन के दौरान क्या तैयारियां की जाएंगी और इसे किस तरह से चलाया जाएगा इसको लेकर पहली बैठक मंगलवार (7 नवंबर) को बुलाई गई है. 


कितनी बार ऑड-ईवन स्कीम सरकार ने चलाई
दरअसल, ये चौथी बार होगा जब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ऑड- ईवन स्कीम को लागू करने जा रही है. इससे पहले साल 2016 में दो बार 1 जनवरी से 15 जनवरी 2016 तक इसे चलाया गया और  फिर साल 2016 में ही 15 अप्रेल से 30 अप्रैल के बीच दिल्ली में ऑड-ईवन लगाया गया. 


वहीं तीसरी बार साल 2019 में 4 नवंबर से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन फिर से लागू किया गया था.


ऑड-ईवन स्कीम क्या है? 
इस योजना के तहत जिस दिन ऑड नंबर की तारीख़ होगी उस दिन ऑड नंबर की रजिस्टर्ड गाड़ियां ही चलेगी, जबकि ईवन नंबर की तारीख वाले दिन ईवन रजिस्ट्रेशन नंबर की गाड़ियां ही सड़कों पर चलेगी. 


जैसे जिन गाडियों के रजिस्ट्रेशन नंबर का अंतिम नंबर 1,3,5,7 और 9 है. वे गाड़ियां 13, 15, 17 और 19 नवंबर को चल पाएंगी, जबकि जिन गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन संख्या का अंतिम नंबर 2, 4, 6, 8 और 10 है. वे 14, 16, 18 और 20 नवंबर को सड़कों पर चलेगी.


हालांकि इस दौरान सीएनजी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों को पूरी तरह से छूट मिलेगी. इसके अलावा गलत दिन पर गलत नंबर की गाड़ी दिल्ली में चलाते हैं तो भारी जुर्माना भी भरना पड़ेगा. 


ऑड-ईवन स्कीम के दौरान सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाने के लिए बसों की संख्या भी बढाने पर जोर देती है और मेट्रो के फेरे भी बढ़ाएं जाएंगे. बाइक सवारों को इस योजना से छूट मिलेगी या नहीं इस पर अंतिम फ़ैसला लिया जाना बाकी है.


कितना मिलेगा फायदा?
अब तक जिस तरह से ऑड ईवन सरकार ने चलाया है उस दौरान ज़्यादातर ये देखा गया है कि सड़कों पर ट्रैफ़िक तो कम हो जाता है लोगों को ट्रैफ़िक की समस्या से बड़ी राहत मिलती है, लेकिन प्रदूषण के लिहाज़ से आंशिक तौर पर ही राहत मिलती हुई नजर आती है.


हालांकि इसको लेकर स्टडी अभी भी जारी है. सरकार का भी मानना है कि इस एक हफ़्ते में यह तय कर लिया जाएगा की इस योजना से कितनी राहत मिल रही है और क्या इसे आगे भी चलाया जा सकता है, लेकिन इस बीच गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में बना हुआ है.


ऐसे में अगर इस योजना से थोड़ी भी राहत मिलती है तो यह दिल्ली के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. यही वजह है कि प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार फिलहाल हर योजना को आजमा रही है. 


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