दिल्ली का मूड: केजरीवाल सरकार के तीन साल पूरे होने पर ना सीएम, ना सरकार बदलना चाहते हैं लोग
2015 दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी को 70 में 67 सीटें मिली थीं. ऐसी ऐतिहासिक जनमत वाली सरकार को आज तीन साल पूरे हो गए हैं. एबीपी न्यूज़ ने तीन साल पूरे होने पर दिल्ली का मूड जानने के लिए एक सर्वे किया है. सर्वे में एक बड़ी बात तो ये है कि राज्य अपना CM नहीं बदलना चाहता, वहीं दूसरी बड़ी बात ये है कि PM की पहली पसंद में राहुल गांधी केजरीवाल से आगे हैं. जानें नौ बड़ी बातें-
नई दिल्ली: साल 2015 में ऐतिहासिक विधानसभा चुनाव जीतने वाली दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को आज तीन साल पूरे हो गए. ये चुनाव इसलिए ऐतिहासिक थे क्योंकि राजनीति की नौसिखिया आम आदमी पार्टी ने बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) को तीन सीटों पर समेटा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर विधानसभा की 70 में से 67 सीटें हासिल की थीं. भारतीय राजनीति में ऐसा कम ही हुआ है जब किसी राज्य की जनता ने इस कदर किसी पार्टी पर अपना सब कुछ लुटा दिया हो. ऐसे में एक सवाल लाजमी है कि सरकार के तीन साल पूरे हो जाने के बाद उसी पार्टी के बारे में वही जनता क्या राय रखती है.
आइए आपको बताते हैं एबीपी न्यूज़-सी वोटर के सर्वे में दिल्ली के मूड को लेकर कौन सी 10 बड़ी बातें सामने आई हैं-
दिल्ली में सीएम की पहली पसंद कौन है?
दिल्ली में अभी चुनाव हों तो दिल्ली वालों के लिए सीएम की पहली पसंद अरविंद केजरीवाल ही हैं. दिल्ली की 49% जनता अरविंद केजरीवाल पर भरोसा जता रही है. वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन 14% लोगों की पहली पसंद हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन सिर्फ 9% लोगों की पंसद बन पाए हैं. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को दिल्ली की महज़ 6% जनता ही मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है.
क्या आप अपने विधायक को बदलना चाहते हैं?
दिल्ली की 53% जनता का कहना है कि वो अपने विधायक को बदलना चाहते हैं. सिर्फ 45 % जनता अपने विधायकों के कामकाज से खुश है और उन्हें बदलना नहीं चाहती है.
क्या आप अपने मेयर को बदलना चाहते हैं?
दिल्ली की 61% जनता अपना मेयर बदलना चाहती है सिर्फ 34% लोग अपने मेयर से खुश हैं. आपको बता दें कि राज्य के सभी मेयर बीजेपी के हैं. यानी यहां भी आप को फायदा मिलता दिख रहा है क्योंकि दिल्ली की जनता ने किसी सवाल के जवाब में कांग्रेस पर भरोसा नहीं जताया है. ऐसे में अगर वो अपने बीजेपी के मेयर बदलना चाहती है तो इससे सीधा फायदा आप का होगा.
क्या आप अपने वार्ड पार्षद के काम से संतुष्ट हैं?
दिल्ली की 46% जनता ने कहा है कि वो अपने पार्षद के काम से संतुष्ट हैं. जबकि 50% जनता वार्ड पार्षद के काम से खुश नहीं है.
अगर अभी विधानसभा चुनाव हुए तो किसे मिलेंगी कितनी सीटें?
ABP न्यूज़ के ओपिनियन पोल के मुताबिक अगर अभी विधानसभा चुनाव हुए तो केजरीवाल की आप को 41, मोदी की बीजेपी को 25 और राहुल गांधी की कांग्रेस को 4 सीटें मिल सकती हैं. इस तरह जहां आप को 26 सीटों का बड़ा नुकसान होगा, वहीं बीजेपी को 22 सीटों का बड़ा फायदा होगा. वहीं कांग्रेस को महज़ 4 सीटों का ही सही, लेकिन पूरा-पूरा फायदा होगा.
विधानसभा चुनाव: किसे मिलेंगे कितने फीसदी वोट?
वोट के मामले में केजरीवाल की आप को 39.6 फीसदी, बीजेपी को 32.9 फीसदी और कांग्रेस 19.7 फीसदी मिलने की संभावना है. आपको बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आप को 54.3 फीसदी, बीजेपी को 32.3 फीसदी और कांग्रेस को 9.7 फीसदी वोट मिले थे. अगर अभी चुनाव हुए तो आप की कीमत पर बीजेपी और कांग्रेस के दोनों के वोटों में इजाफा होगा.
प्रधानमंत्री की पहली पसंद कौन?
एबीपी न्यूज़ ने दिल्ली की जनता से प्रधानमंत्री की पसंद पूछी. इस सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत आगे निकल गए. पीएम मोदी पर दिल्ली की 54% जनता को भरोसा है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 19% जनता की ही पसंद बने हैं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मात्र 9 फीसदी लोगों की ही पसंद हैं और यही बात हैरान करती है कि पीएम की पहली पसंद के मामले में राहुल गांधी भी केजरीवाल से आगे हैं.
क्या केंद्र की मोदी सरकार को बदलना चाहते हैं लोग?
दिल्ली की जनता केंद्र की सरकार के कामकाज से तो नाखुश है लेकिन मोदी सरकार को बदलना नहीं चाहती है. 51 फीसदी लोगों का कहना है कि वो केंद्र सरकार को नहीं बदलना चाहते हैं. वहीं 48 फीसदी लोग केंद्र सरकार को बदलने के लिए तैयार हैं.
केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं लोग?
सांसदों के कामकाज की तरह ही दिल्ली की 50% जनता केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं. 49% जनता मोदी सरकार के कामकाज को बेहतर बता रही है.
कैसे हुआ सर्वे?
एबीपी न्यूज़ और सी वोटर ने यह सर्वे 3 से 12 फरवरी के बीच किया गया है. इस सर्वे में कुल 4170 लोगों की राय ली गई.