Opposition Meeting: दिल्ली में केंद्र के ऑर्डिनेंस का विरोध कर रही आम आदमी पार्टी (आप) को कांग्रेस का साथ मिल गया है. इसके बाद पार्टी की ओर से फैसला किया गया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल होंगे. वहीं, आप और कांग्रेस की बात बनने को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है.
शिरोमण अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने रविवार (16 जुलाई) को इसे अपवित्र गठबंधन करार दिया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि दोनों पार्टियों का एक छिपा हुआ गठबंधन है. ये बार बार सामने आता रहता है. दरअसल उन्होंने इस मामले को लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने ये बात कही.
क्या कहा मजीठिया ने?
एसएडी नेता ने कहा, “आम आदमी पार्टी (AAP) का कांग्रेस के साथ अपवित्र गठबंधन एक बार फिर उजागर! दिल्ली में प्रशासनिक शक्तियों की समाप्ति पर अध्यादेश के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को कांग्रेस पार्टी का समर्थन दर्शाता है कि दोनों पार्टियां एक हैं और उनका एक छिपा हुआ गठबंधन है जो फिर से सामने आ गया है.”
वो आगे कहते हैं, “पंजाबी कभी भी ऐसी पार्टियों पर भरोसा नहीं कर सकते जो लोगों के सामने एक-दूसरे का विरोध करते हैं लेकिन अपने मतदाताओं की भावनाओं के खिलाफ गुप्त सौदेबाजी करते हैं. पंजाब में अपने हितों के लिए लड़ने के लिए पंजाबी कभी भी कांग्रेस पार्टी पर भरोसा नहीं कर सकते क्योंकि ऐसा लगता है कि कांग्रेस ने पंजाब में अपने भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को रोकने के लिए आप का समर्थन करना चुना है.”
वहीं, कांग्रेस के दिल्ली अध्यादेश का विरोध करने पर समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बीजेपी नेता आरपी सिंह ने कहा, "वे (कांग्रेस-आप) कभी एक साथ नहीं आएंगे, वे सिर्फ तस्वीरों के लिए हाथ मिला रहे हैं."
क्या बोले आप नेता?
आम आदमी पार्टी की पीएसी बैठक के बाद सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “बैठक में विस्तार से हर पहलू पर चर्चा हुई. ये अध्यादेश राष्ट्र विरोधी है. जो भी देश से प्यार करता है वह इसके विरोध में खड़ा है.”
उन्होंने आगे कहा, “आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने देश भर की पार्टी से इसपर समर्थन मांगा. तमाम बड़ी पार्टियों ने केजरीवाल के आह्वान पर अपना समर्थन किया. आज कांग्रेस ने इस अध्यादेश पर अपना स्टैंड क्लीयर किया. हम कांग्रेस की इस फैसले का स्वागत करते हैं. आम आदमी पार्टी विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेगी. राष्ट्र विरोधी व्यक्ति ही इस अध्यादेश का समर्थन करेगा.”
वहीं पर्यावरण मंत्रा गोपाल राय ने कहा, “कांग्रेस के समर्थन से इस लड़ाई को मजबूती मिलेगी. हमें भरोसा है कि राज्यसभा में यह बिल हारेगा. पार्टी ने कांग्रेस के फैसले का स्वागत किया है. केजरीवाल और भगवंत मान जी बैंगलूरु में होने वाली बैठक में शामिल होंगे.”
दरअसल, आप ने पहले कहा था कि वह बेंगलुरु की बैठक में तभी शामिल होगी जब कांग्रेस संसद में दिल्ली अध्यादेश के विरोध में आप को अपना समर्थन देगी.
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