Delhi Ordinance Row: केंद्र के अध्यादेश को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) से शनिवार (27 मई) को मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया.


सीएम केसीआर ने कहा, ''आपने (पीएम मोदी) ने किसान कानून और भूमि अधिग्रहण वापस ले लिए. आप (पीएम मोदी) माफी के सौदागार हैं तो ऐसे में बेहतर होगा कि खुद ही आप अध्यादेश भी वापस ले लीजिए.''


वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने  उन्होंने(तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव) कहा कि दिल्ली के लोगों को न्याय दिलाने के लिए वो और उनकी पूरी सरकार दिल्ली के लोगों के साथ है. जो अध्यादेश पारित किया गया है वो देश के जनतंत्र और संविधान के खिलाफ है. उनके समर्थन से हमें काफी ताकत मिली है. 


केसीआर ने क्या कहा?
भारत राष्ट्र समिति के चीफ केसीआर ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं कि वह अध्यादेश वापस लें नहीं, तो हम सभी केजरीवाल का समर्थन करेंगे. हम उनके साथ खड़े रहेंगे. हम अध्यादेश को नाकाम करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में अपनी पूरी ताकत लगा देंगे. अनावश्यक रूप से इसे मुद्दा न बनाएं. सरकार को काम करने दीजिए.  उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर दिल्ली की जनता का अपमान किया है. मैं बिना किसी संदेह के कह सकता हूं कि यह दिल्ली के लोगों का अपमान है. 


बता दें कि केजरीवाल विपक्ष को अध्यादेश को मामले में एकजुट करने में लगे हैं. इसको लेकर वो अब तक बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार औऱ बिहार के सीएम नीतीश कुमार सहित कई नेताओं से मिल चुके हैं. 


मामला क्या है?
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश सुनाते कहा कि दिल्ली के अफसरों की ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार केजरीवाल सरकार के पास है. इसके बाद केंद्ग सरकार अध्यादेश ले आई. इसी को लेकर केजरीवाल समर्थन के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं. 


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