ISIS Terror Module:  NIA ने दिल्ली-पडघा ISIS टेरर मॉड्यूल मामले में आतंकी संगठन ISIS के एक और कट्टर सदस्य रिजवान अली के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. ये मामला युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, ISIS की विचारधारा का प्रचार करने और IED बनाने की साजिश से जुड़ा है.


रिजवान अली उर्फ सामी अली उर्फ आमिर खान उर्फ अबू सलमा उर्फ दानिश, जो दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है. इस मामले में चार्जशीट किया गया 21वां आरोपी है. NIA ने पटियाला हाउस की विशेष अदालत में दूसरी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की.


IED बनाने से जुड़ी डिजिटल फाइलें की थी साझा


NIA की जांच के मुताबिक, रिजवान ने अन्य आरोपियों के साथ IED बनाने से जुड़ी डिजिटल फाइलें साझा की थी. वो आतंकी हमलों की तैयारी में जुटा हुआ था और ISIS के हिंसक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए फंड जुटाने का काम कर रहा था. इसके साथ ही, उसने भारत की धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची.


एक अन्य आरोपी से ली थी बैअत


जांच में ये भी सामने आया कि रिजवान ने शहनवाज आलम नाम के एक अन्य आरोपी से ‘बैअत’ (आज्ञा पालन की शपथ) ली थी. शहनवाज कई आतंकी मामलों में शामिल है और उसे साकिब अब्दुल हमीद नाचन नाम का शख्स संचालित कर रहा था, जो खुद को भारत में ISIS का "अमीर-ए-हिंद" बताता है.


IED तैयार करने से संबंधित कई दस्तावेज और डेटा मिले


NIA ने इस मामले में मार्च 2024 में तीन आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल की थी. इसके बाद जून 2024 में 17 और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की गई. ये मामला नवंबर 2023 में दर्ज किया गया था. जांच के दौरान NIA को विस्फोटक बनाने और IED तैयार करने से संबंधित कई दस्तावेज और डेटा मिले. इसके अलावा, ISIS के प्रचार से जुड़ी कई मैगज़ीन जैसे ‘वॉयस ऑफ हिंद’, ‘रुमियाह’, ‘खिलाफत’ और ‘दाबिक’ भी बरामद हुई. मामले की जांच जारी है. 


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