नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स लिमिटेड कंपनी के छह डायरेक्टर्स को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम विजय पाल, राजेश यादव, हरेश कुमार, विनोद कुमार, विशाल कुमार और संजय गोयल है. सभी आरोपी फिलहाल इस धोखाधड़ी को लेकर नोएडा में दर्ज एफआईआर में न्यायिक हिरासत में हैं.


दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कोर्ट से इजाजत लेकर इनकीं गिरफ्तारी की है. इससे पहले ईओडब्ल्यू ने कंपनी के सीएमडी संजय भाटी और डायरेक्टर राजेश भरद्वाज को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि इन्होंने पोंजी स्कीम बाइक बोट के जरिये दिल्ली के करीब 8 हजार निवेशकों को करीब 250 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया था. इस मामले में आरोपियों पर देश के कई शहरों में मामले दर्ज है. जिसमे इनपर कुल 42 हजार करोड़ की चीटिंग का आरोप है.


पोंजी स्कीम बाइक बोट में पैसा लगाने पर निवेशकों के अच्छे रिटर्न्स का दिया था लालच


आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक बाइक बोट नाम की इस पोंजी स्कीम को इन्होंने साल 2019 में शुरू किया था. आरोप है की स्कीम में बाइक पर 62 हज़ार रुपये लगाने पर एक साल तक हर महीना 9 हज़ार 500 रुपये निवेशक को दिए जाने का कंपनी ने वादा किया था. इतना ही नहीं स्कीम में एक लाख 24 हज़ार रुपये लगाने पर 17 हज़ार रुपये महीना एक साल तक दिए जाने का भी वादा किया गया था. लेकिन साल भर के अंदर ही कंपनी करीब 42 हजार करोड़ रुपए निवेशकों को समेटकर फरार हो गई थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस को भी करीब 8 हज़ार शिकायतें दिल्ली में रहने वाले लोगो से मिली थी. जिसमे जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने 8 हज़ार लोगो से तकरीबन 250 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी.


न्यायायिक हिरासत मे जेल में बंद हैं सभी आरोपी


दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस मामले में देश के अलग-अलग शहरों में इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. बाइक बोट स्कीम को लेकर आरोपियों ने अपना हेड ऑफिस नोएडा में बनाया था. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस इन सभी की पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. फिलहाल सभी आरोपी बुलंदशहर जेल में बंद है. जांच के बाद कोर्ट की इजाजत लेकर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी अपने यहां दर्ज एफआइआर में कंपनी के इन 6 डायरेक्टर्स की गिरफ्तारी की है. जिन्हें पुलिस जल्द ही रिमांड पर ले सकती है.