चेकिंग के दौरान दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी सफलता, धर दबोचा कुख्यात हत्यारा
पुलिस ने जानकारी दी है कि 3 अप्रैल की रात लगभग 10 बजे दिल्ली फ्लाईओवर के पास चेकिंग के दौरान बगैर नम्बर प्लेट की पर एक बाइक सवार ने फरार होने का प्रयास किया लेकिन उसे दबोच लिया गया.
दिल्ली पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है. उन्होंने चेकिंग के दौरान एक युवक को जब बिना नंबर प्लेट की बाइक चलाते हुए पकड़ा तो उन्होंने यह सोचा भी नहीं था कि जिस युवक को उन्होंने बिना नंबर प्लेट की बाइक चलाते हुए पकड़ा गया है वो एक कुख्यात हत्यारा है. पुलिस ने जब पवन नाम के इस युवक से पूछताछ की तो उसने एक फिल्मी कहानी बयां की जो किसी फिल्म की नहीं बल्कि उसकी अपनी जिंदगी की थी.
पवन ने दिल्ली पुलिस के सामने खुलासा किया कि बचपन में उसके पिता को मार दिया गया था और उसने उनके हत्यारों से बदला लेने के लिए पिछले 20 साल से तड़प रहा था. पुलिस हिरासत में दिख रहा है कि युवक पवन बंसल है जो लोनी गाजियाबाद का रहने वाला है. पुलिस का दावा है कि 25 साल का पवन 4 हत्याओं को अंजाम दे चुका है. पवन पर समाजवादी पार्टी के एक नेता दिनेश भाटी की हत्या का भी आरोप है. यूपी पुलिस ने पवन की गिरफ्तारी पर ₹20,0000 का इनाम घोषित किया हुआ था.
क्या है पवन की बदले की कहानी
दिल्ली पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान पवन ने बताया कि जब वह छोटा था तो उसके पिता की हत्या कर दी गई. उसके कुछ रिश्तेदारों ने संपत्ति विवाद के चलते उसके पिता को फांसी पर लटका दिया और यह सब पवन की आंखों के सामने ही हुआ. इतना ही नहीं पिता की मौत को खुदकुशी साबित कर दिया गया.
पवन ने बचपन में पिता के हत्यारों से बदला लेने की ठान ली. पवन का दावा है कि उसकी पिता की मौत के पीछे अजीत, रामजीलाल, धर्मपाल, सुरेंदर, जैनेंद्र और संजय का हाथ है. इनमें से पवन ने 2017 में रामजीलाल की हत्या कर दी. 2020 में जैनेंद्र की और मई 2021 में सुरेंद्र की हत्या कर दी. धर्मपाल की कैंसर के चलते मौत हो गयी. पुलिस का कहना है कि संजय ने पवन से समझौता कर लिया.
चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के पास से किया गया था गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि 3 अप्रैल की रात लगभग 10 बजे चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के पास पिकेट चेकिंग के दौरान बगैर नम्बर प्लेट की एक बाइक पर सवार युवक को रोका. बाइक सवार ने फरार होने का प्रयास किया लेकिन उसे दबोच लिया गया. युवक के पास से एक पिस्तौल बरामद की गई है. युवक का नाम पवन बंसल है. उसने बताया कि वह फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी में रहने वाले अजीत की हत्या करने जा रहा था.
पांच साल की उम्र में हुई थी पिता की मौत
25 साल का पवन बंसल जब महज 5 साल का था तो उसके पिता की मौत हो गयी. पुलिस का दावा है कि पवन ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसके कुछ रिश्तेदारों ने उसकी आँखों के सामने पिता को फांसी पर लटका दिया था, तभी से पवन ने उन लोगों की हत्या करने की बात ठान ली थी.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि पवन अपने पिता की मौत का बदला लेने की आग में धधकता रहा और मौका आने के बाद उसने 4 दुश्मनों की हत्या कर दी. जबकि 1 कैंसर से मारा गया. उसका आखिरी निशाना फरीदाबाद में जिंदा बचा था वह उसी को मारने के लिए जा रहा था लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसको पकड़ लिया.