नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आम्रपाली ग्रुप के डायरेक्टर्स और अधिकारियों को धोखाधड़ी के मामले में किया गिरफ्तार. इनके ऊपर 'आम्रपाली सेंचुरियन पार्क' प्रोजेक्ट' के जरिये धोखाधड़ी का आरोप था.
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आम्रपाली ग्रुप के डायरेक्टर अनिल कुमार शर्मा और शिव प्रिया को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ये गिरफ्तारी अशोक गुप्ता नाम के शख्स की शिकायत पर की गई जिसमें कहा गया था कि आम्रपाली ग्रुप के डायरेक्टर ने अम्रपाली सेंचुरियन पार्क टेरेस होम के नाम से प्रोजेक्ट लांच किया था. जिसमे हजारों लोगों ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई लगाई. लेकिन किसी को भी आज तक फ्लैट नही दिए गए. जांच के दौरान पुलिस को करीब 168 और शिकायतकर्ता मिले. जिनके साथ भी इसी तरफ की चीटिंग की गई थी.
'अम्रपाली गोल्फ होम्स' प्रोजेक्ट के जरिये भी लोगो के साथ कि चीटिंग
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इन्होंने आम्रपाली गोल्फ होम्स नाम का प्रोजेक्ट भी लॉन्च किया था जिसमें खरीददार को साल 2014 में फ्लैटस हैंड ओवर करने थे लेकिन कंपनी ने किसी को भी फ्लैट नहीं दिए. इस धोखाधड़ी को लेकर आनंद विहार थाने में एक एफआईआर दर्ज पहले ही कराई गई थी. जांच के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के डायरेक्टर्स और अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक अम्रपाली ग्रुप में साल 2010 से 2014 के बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 42000 फ्लैट बनाने के प्रोजेक्ट शुरू किए थे . जिसको लेकर ग्रुप में खरीदारों से 40% से लेकर पूरी कीमत तक ली गई. जिसे लेकर ग्रुप ने बायर के साथ एग्रीमेंट भी साइन किए थे .आम्रपाली ग्रुप ने प्रोजेक्ट लॉन्चिंग के 3 साल के अंदर खरीदारों को पजेशन देने का वादा किया था लेकिन 10 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी लोगों को उनके फ्लाइट का पोसेशन नहीं दिया गया.
कोर्ट की इजाजत के बाद पहले से जेल में बंद डायरेक्टर्स की डाली गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपी पहले से ही कई धोखाधड़ी के मामलों में जेल में बंद है और इन मामलों में भी कोर्ट से इजाजत लेने के बाद पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी डाली है .आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों के मुताबिक हाल ही में 14 अलग-अलग मामलों में आम्रपाली ग्रुप के डायरेक्टर और अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई थी जिसको लेकर सभी आरोपी पहले से न्यायिक हिरासत में जेल में है. दिल्ली से वरुण जैन की रिपोर्ट.