कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने न केवल रोगियों और उनके परिवारों को संकट में डाला है, बल्कि इसने महंगी दवाओं और ऑक्सीजन उपकरणों की कालाबाजारी को भी बढ़ावा दिया है. राजधानी में जहां मरीज अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन, एंटीवायरस इंजेक्शन और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए संघर्ष करते रहते हैं, वहीं पुलिस ने पिछले महीने में इन वस्तुओं को जमा करने और बेचने वालों पर सैकड़ों मुकदमे दर्ज किए हैं. लगातार हो रही मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी के चलते मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है. वहीं कालाबाजारी कर रहे लोग उपकरणों के दाम बढ़ा कर लगा रहे हैं, इस वजह से मिडिल क्लास के लोग इनको खरीद पाने में असमर्थ हो रहे हैं. दिल्ली पुलिस लगातार कालाबाजारी कर रहे लोगों के खिलाफ एक्शन ले रही है. इसी के चलते दिल्ली पुलिस ने आवश्यक उपकरणों की कथित जमाखोरी और कालाबाजारी कर रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनके खिलाफ मुंडका पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में कई दिनों से मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी चल रही है. इसी वजह से पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो लोगों को मेडिकल उपकरण की जमाखोरी और कालाबाजारी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. वहीं आरोपियों के पास से पुलिस को 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 2000 पल्स ऑक्सीमीटर बरामद हुए हैं. इसलिए मुंडका पुलिस स्टेशन में आवश्यक वस्तु अधिनियम, 3 महामारी रोग अधिनियम 1987 और 420/188 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
दिल्ली में लगातार हो रही ऑक्सीजन की जमाखोरी
दिल्ली में कालाबाजारी का सबसे बड़ा मामला खान मार्केट से सामने आया था. जहां सैकड़ों ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी की जा रही थी. वहीं दिल्ली पुलिस ने अब तक लगभग 500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जब्त किए हैं.
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