Bunty Chor Arrested: 500 से ज्यादा मामले, छिपकली खाकर हो गया था फरार, गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने बताई बंटी चोर की पूरी कहानी
Bunty Chor: तीन दशक से ज्यादा समय से चोरी की 500 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुका कुख्यात बंटी चोर एक बार फिर से दबोचा गया है. कई दफा वह चकमा दे चुका है. दिल्ली पुलिस ने उसकी पूरी कहानी बताई है.
Delhi Police Arrests Bunty Chor: कुख्यात बंटी चोर उर्फ 'सुपर चोर' को दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर से गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी साउथ डिस्ट्रिक्ट के सीआर पार्क थाना पुलिस ने की है. बंटी चोर ने 12 और 13 अप्रैल की दरमियानी रात सीआर पार्क थाने के जीके पार्ट-2 इलाके में दो अलग-अलग जगहों पर सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया था. उसने एक घर में चोरी करने के बाद वहां से कार भी चुराई और सामान उसी गाड़ी में रख कर फरार हो गया. मौके से तीन मोबाइल फोन भी चोरी किए गए थे और उन्हीं में से एक पुलिस के लिए सुराग साबित हुआ.
क्या है मामला?
साउथ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि 12-13 अप्रैल की दरमियानी रात को एम ब्लॉक, जीके-2 में एक घर मे सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया गया. घर से 2-3 मोबाइल फोन, राडो की घड़ी, नाइक के शूज, कैमरा और ट्राईपॉड चोरी किए गए. चोर को घर में कार की चाबी दिखी. उसने चाबी से कार खोली और चोरी का सामान उसी में रखकर फरार हो गया. इसके बाद उसने ई ब्लॉक, जीके-2 में एसबीआई के गेस्ट हाउस में सेंधमारी को अंजाम देते हुए सोनी के 5 एलईडी टीवी और प्रिंटर आदि चोरी किए और फिर फरार हो गया. दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच शुरू की.
चोरी के मोबाइल से मिला सुराग
पुलिस के अनुसार, बंटी चोर ने जो 3 मोबाइल फोन चुराए थे, उनमें से एक फोन को वह स्विच ऑफ नहीं कर पाया था. वो फोन ऑन ही रहा और इसी की मदद से पुलिस ने बंटी चोर की लोकेशन को ट्रेस कर लिया. पुलिस ने उसका पीछा किया. शाम को उसकी लोकेशन आगरा की मिली. इसके बाद शाम 6:30 बजे पुलिस ने उसे इटावा में लोकेट कर लिया. ऐसा मौका भी आया जब पुलिस और बंटी की दूरी 10 मीटर की रही. पुलिस उसे फॉलो करती रही.
पुलिस यह ठान चुकी थी कि जहां वह रुकेगा, उसे वहीं पकड़ा जाएगा. इसके बाद कानपुर देहात के अंतर्गत आने वाले अकबरपुर टोल प्लाजा पर जाम लगा था. बंटी को वहां रुकना पड़ा. तभी दिल्ली पुलिस की टीम ने उसे रोका लेकिन बंटी कार से बाहर नहीं निकला. उसने पुलिस को एक कार्ड दिखाया और खुद को पुलिसवाला बताने लगा. जब वह कार से नीचे नहीं उतरा तो पुलिस ने पिस्तौल की बट से कार की खिड़की तोड़ दी. इस बीच कानपुर पुलिस को भी सूचना दे दी गई. कानपुर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.
पकड़े जाने के बाद निकला बंटी चोर
डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने बताया कि जब वह चोर कार से बाहर निकला और उससे पूछताछ की गई तो खुलासा हुआ कि वो बंटी चोर है. पुलिस के मुताबिक, चोरी का सारा सामान कार के अंदर ही मिल गया.
देशभर में 500 से ज्यादा चोरी के मामले दर्ज
पुलिस के अनुसार, बंटी चोर के खिलाफ देशभर में 500 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. सिर्फ दिल्ली में उसके खिलाफ 300 के आसपास मामले दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार, बंटी ने 1989 से चोरी करना शुरू किया था. 1989 से 1993 के बीच उसने सौ से ज्यादा चोरी की वारदातों को अंजाम दिया. अब तक कई बार वह पकड़ा गया लेकिन पुलिस को चकमा देकर फरार होता रहा.
1993 में उसे पहली बार नई दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था, लेकिन वो फरार हो गया था. यहां से वह चेन्नई भाग गया था, जहां उसे पकड़ा गया. वहां से फरार होकर वह चंडीगढ़ आया और पकड़ा गया. फिर वह फरार होकर बेंगलुरु चला गया. चंडीगढ़ पुलिस उसे बेंगलुरु से दबोच लाई. 1993 से 1998 तक वो चंडीगढ़ में रहा.
पकड़ा जाना और फरार होना जारी रहा
पुलिस के मुताबिक, इसके बाद बंटी बेलगांव 2000 तक जेल में रहा. 2002 में उसे दिल्ली के साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने पकड़ा था. 2006 तक वो जेल में रहा. जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई आदि जगहों में चोरी की. 2007 में फिर से दिल्ली की साउथ जिला पुलिस ने उसे पकड़ा.
इसके बाद 2010 तक वो जेल में रहा. पुलिस के अनुसार, बंटी ने दिल्ली में कई लग्जरी कारें चुराईं. 5 स्टार होटलों से एंटीक पेंटिंग्स आदि की चोरी भी की. वह 2013 से अब तक कोयंबटूर जेल में था. 3 मार्च 2023 को ही वो जेल से छूटा था और दिल्ली के नई सड़क इलाके में आकर रहने लगा था.
छिपकली खाकर जेल से भाग निकला था बंटी
पुलिस के अनुसार, बंटी चोर इतना शातिर है कि उसने चेन्नई जेल में छिपकली खा ली थी, जिसकी वजह से उल्टियां होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया था. अस्पताल पहुंचने पर पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था.