दिल्ली-एनसीआर को दहलाने की साजिश नाकाम, पुलिस के हत्थे चढ़े ISIS मॉड्यूल के तीन आतंकी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की माने तो यह तीनों आतंकी तमिलनाडु में एक हिंदू नेता के क़त्ल में शामिल थे. पुलिस की मानें तो दिल्ली में यह अपने एक साथी से मिलने जा रहे थे उसी वक्त इनको पकड़ लिया गया.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS मॉड्यूल के तीन आतंकियों को दिल्ली के वजीराबाद इलाके में हुए 1 एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है. ये एनकाउंटर गुरुवार सुबह हुआ. दरअसल, स्पेशल सेल की टीम को जानकारी मिली थी की तमिलनाडु से फरार ISIS मॉड्यूल के तीन आतंकी दिल्ली में है. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने वजीराबाद इलाके में जाल बिछाया और जब इन तीनों आतंकियों को पुलिस ने सरेंडर करने के लिए कहा तब उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्यवाही की गोलियां चलाई और कड़ी मशक्कत के बाद इन तीनों आतंकियों को धर दबोचा.
स्पेशल सेल की टीम ने जब इनकी तलाशी ली तो इनके पास से पुलिस को तीन पिस्तौल मिली. जब इन तीनों आतंकियों से पूछताछ की गई तब इन्होंने बताया कि ये उत्तर प्रदेश में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले थे. इतना ही नहीं इसके बाद इनका मकसद दिल्ली-एनसीआर को टारगेट करने का भी का था. बस ये इंतजार कर रहे थे अपने आका के फोन का. पुलिस के सूत्रों की माने तो इनका हैंडलर पाकिस्तान में बैठा है और ये तीनों उसी के इशारे पर काम कर रहे थे.
दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की माने तो यह तीनों आतंकी तमिलनाडु में एक हिंदू नेता के क़त्ल में शामिल थे. साल 2014 में इन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर केपी सुरेश कुमार नाम के एक हिंदू नेता का कत्ल कर दिया था. कुछ दिन पहले ही ये तीनों बेल पर बाहर आए थे. 12 और 13 दिसंबर को यह तमिलनाडु से फरार हो गए. तमिलनाडु से फरार होने के बाद यह तीनों सीधा नेपाल पहुंचे और 15-20 दिन नेपाल में ही रहे. उसके बाद यह लोग दिल्ली पहुंच गए. पुलिस की मानें तो दिल्ली में यह अपने एक साथी से मिलने जा रहे थे उसी वक्त इनको पकड़ लिया गया.
इन तीनों के नाम है अब्दुल समद, ख्वाजा मोहिद्दीन और सैयद अली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों की माने तो ख्वाजा मोहिद्दीन पाकिस्तान में बैठे ISIS के अपने आका के संपर्क में था. पाकिस्तान में बैठे इसके आका ने इससे जिम्मेदारी दी थी कि उत्तर भारत में आईएसआईएस को फिर से खड़ा करना है. इसीलिए ख्वाजा को नेपाल से भारत वापस बुलाया गया. पुलिस की मानें तो ख्वाजा पूर्वी उत्तर प्रदेश से होते हुए दिल्ली पहुंचा. दिल्ली पहुंचने के बाद उसने एक कमरा किराए पर लिया. लेकिन इसी दौरान पुलिस को इसकी मूवमेंट की जानकारी मिल गई और इनका सारा प्लान फेल हो गया.
पुलिस के मुताबिक इनके निशाने पर दिल्ली और एनसीआर के अलावा पूरा उत्तर भारत था. तीनों ने बताया कि एक बार किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद ये पाकिस्तान चले जाते. गिरफ्त में आये ख्वाजा के साथियों ने ही बुधवार के दिन केरल के सीमावर्ती इलाके में एक इंस्पेक्टर विल्सन की भी हत्या की है. अब स्पेशल सेल की टीम इनसे यह पता करने में जुटी है कि आखिरकार पाकिस्तान में बैठा इनका आका कौन है और भारत में यह कहां-कहां पर आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले थे.
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