AAP सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम को दिल्ली पुलिस ने बुलाया, धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज भी मांगे
Religious Event Row: आप सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम को दिल्ली पुलिस ने धर्मांतरण कार्यक्रम मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है. उनसे धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज भी मांग गए हैं.
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Rajendra Pal Gautam: दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने पूछताछ के लिए तलब किया है. राजेंद्र पाल गौतम एक धर्म परिवर्तन कार्यक्रम (Religious Event) में अपनी उपस्थिति को लेकर विवाद के केंद्र में हैं. पूर्व मंत्री को शनिवार (8 अक्टूबर) को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शपथ लेते हुए सुना गया, जहां हजारों लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया. वायरल वीडियो में राजेंद्र पाल गौतम कहते हुए दिख रहे हैं, "मुझे ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर में कोई विश्वास नहीं होगा और न ही मैं उनकी पूजा करूंगा."
दिल्ली पुलिस ने विधायक राजेंद्र पाल गौतम से धर्मांतरण से संबंधित दस्तावेज लाने के लिए भी कहा गया है. राजेंद्र पाल ने पहले अपने बचाव में कहा था कि यह 22 प्रतिज्ञाएं अंबेडकर की हैं. 1956 से हर साल आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में इन्हें दोहराया जाता है.
'कोई नोटिस नहीं मिला'
पहले राजेंद्र पाल गौतम इस बात से इनकार कर रहे थे कि उन्हें दिल्ली पुलिस की ओर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है. मंगलवार 11 अक्टूबर को उनको समन पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए देखा गया. उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा था, "कोई नोटिस नहीं मिला है. पुलिस मुझसे पूछताछ करने आई, मैंने मांगी गई जानकारी दे दी है."
बीजेपी ने बताया हिंदू विरोधी
राजेंद्र पाल गौतम की शपथ ने एक राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है, जिसमें बीजेपी ने कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति को "धार्मिक रूप से विभाजनकारी" करार दिया. इसी के साथ बीजेपी अरविंद केजरीवाल पर "हिंदू विरोधी" होने का भी आरोप लगाया. हालांकि, राजेंद्र पाल गौतम का कहना है कि यह एक "सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम" था. उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म अपनाने वाले लोग बीआर अंबेडकर द्वारा दी गई 22 प्रतिज्ञाओं को पूरा कर रहे थे. आप नेता ने रविवार को दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा भी दे दिया था.
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