नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने किसान आंदोलन में ड्यूटी कर रहे दूसरे जिलों के जवानों को वापस जाने के लिए कहा है. पुलिस कमिश्नर की तरफ से जारी आदेश में कहा गया, "पुलिस बल और दूसरी यूनिटों के पुलिसकर्मी अपने जिलों और यूनिटों में वापस चले जाएं."


किसान आंदोलन में ड्यूटी कर रहे जवान अपने जिले में जाएं


आदेश में लिखा गया है दिल्ली में दूसरे जिलों के ड्यूटी कर रहे जवान वापस अपने अपने जिले में लौट जाएं. अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली पुलिस अपने स्तर पर पुलिसकर्मियों की संख्या घटा बढ़ा सकती है. साथ में ये भी लिखा है कि अर्धसैनिक बलों की तैनाती पहले की तरह रहेगी. आदेश के बाद किसान आंदोलन में स्थानीय पुलिसकर्मियों की भूमिका ज्यादा हो जाएगी यानी जिस इलाके में किसानों का आंदोलन चल रहा है, वहां स्थानीय थाने की पुलिस ड्यूटी करेगी. इसका मतलब हुआ कि किसानों के अहम प्रदर्शन स्थल सिंघु बॉर्डर पर सिर्फ आउटर नॉर्थ जिले के पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.



पुलिस कमिश्नर की तरफ से जारी आदेश में कहा गया


किसान आंदोलन का दूसरा प्रदर्शन स्थल गाजीपुर बॉर्डर पर ईस्ट जिले की पुलिस भूमिका निभाएगी. टिकरी बॉर्डर पर आउटर जिले के पुलिस जवान ड्यूटी अंजाम देंगे. गौरतलब है कि अन्य जिलों से किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए अतिरिक्त जवानों को बुलाया गया था. तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को 75 दिनों से ज्यादा होने जा रहे हैं. सरकार और आंदोलनकारी नेताओं के बीच कई दौर की बैठक बेनतीजा साबित रही. किसान संगठन कृषि कानूनों को रद्द करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. किसानों के मुद्दे पर संसद की कार्यवाहियों में गतिरोध देखा गया था.


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