नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कांस्टेबल अमित राणा की मौत पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि अमित राणा की मौत से पूरी दिल्ली पुलिस शोकाकुल है. पुलिस कमिश्नर ने दिल्ली पुलिसकर्मियों को किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी पड़ने पर अपने सीनियर अधिकारियों से संपर्क करने के लिए कहा.


पुलिस कमिश्नर ने कहा सभी अधिकारियों को उन्होंने खुद ताकीद कि है की अगर किसी भी पुलिसकर्मी की तबीयत खराब होती है, किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी पड़ती है तो उसकी एसएचओ और दूसरे अधिकारी तुरंत मदद करें. पुलिस कमिश्नर ने कहा की सभी अस्पतालों के पुलिस चौकी इंचार्ज को यह बोला गया है कि जो भी पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचता है तो उनकी मदद की जाए.


कांस्टेबल अमित राणा को साथी पुलिसकर्मी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल लेकर घूमता रहा 


दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल अमित राणा की मौत के बाद पूरे पुलिस डिपार्टमेंट में रोष था. पुलिसकर्मी नाराज थे क्योंकि यह बात सामने आई थी की कांस्टेबल अमित को उसका साथी पुलिसकर्मी एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल लेकर घूमता रहा. लेकिन ना डॉक्टर और ना ही किसी भी पुलिस अफसर ने कांस्टेबल अमित को अस्पताल में भर्ती करवाने में मदद की.


जिसके बाद कांस्टेबल अमित के साथी को उसे वापस थाने लाना पड़ा और फिर देर रात को उसकी तबीयत खराब हो गई और फिर अमित राणा की मौत हो गई. इसी के चलते पुलिसकर्मियों में बेहद रोष था कि अगर सीनियर अधिकारी मदद करते, इंटरफेयर करते तो कांस्टेबल अमित को अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता था और उसकी जान बच सकती थी.


महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में ड्यूटी कर रहे हैं दिल्ली पुलिस के 100 पुलिसकर्मी हो चुके हैं कोरोना पॉजिटिव


महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में पुलिस बेहद अहम भूमिका में है. डॉक्टर के बाद पुलिस ही सबसे आगे खड़ी है. ऐसे समय में उनके संक्रमण में आने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं. इस दौरान अगर खुद उन्हें ही बीमार होने पर अस्पताल और पुलिस प्रशासन से ही मदद ना मिले तो उनके मनोबल पर कितना असर पड़ेगा यह समझा जा सकता है.


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