नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों के दौरान पुलिस की आंखों के सामने गोली चलाने वाला शाहरुख अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अपराध शाखा लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस जानना चाहती है कि इस दंगे के दौरान दंगाइयों के पास अवैध हथियार कहां से आए थे, क्योंकि दंगे के दौरान 11 से ज्यादा लोगों की मौत गोली लगने से हुई है. पुलिस को हथियार सप्लाई करने वालों की भी तलाश है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के दौरान 24 फरवरी को यह शख्स पुलिस के सामने खुलेआम हथियार लहरा रहा था. यह भी आरोप है कि इस शख्स ने एक के बाद एक पुलिस के सामने ही आठ बार फायरिंग की. पुलिस को आरंभिक जांच के दौरान इस शख्स का नाम शाहरुख पता लगा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक फायर करने के दौरान इस शख्स को पकड़ा नहीं गया था और इस शख्स फरार होने में कामयाब हो गया. लिहाजा, दिल्ली पुलिस को इसकी तलाश है.
पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि शाहरुख की तलाश में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा और स्पेशल सेल लगातार छापेमारी कर रही है. शाहरुख अभी भी फरार बताया गया है. अधिकारी के मुताबिक अब तक हुई जांच के दौरान यह पाया गया है कि दंगों के दौरान जमकर गोलियां चली हैं. पुलिस ऐसे लोगों की तलाश कर रही है जिन्होंने हथियार सप्लाई किए.
पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 48 एफआईआर दर्ज की हैं. 300 से ज्यादा लोग घायल बताए जाते हैं और 34 लोगों की मौत हुई है. इनमें से कुछ लोगों की मौत प्राइवेट अस्पताल में हुई है जबकि एक शख्स की डेड बॉडी यूपी पुलिस ने दिल्ली पुलिस को दी थी. इसके बारे में दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस बात की जांच की जा रही है कि इस शख्स की मौत दंगों के दौरान हुई थी या नहीं. फिलहाल पुलिस इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गोली चलाने वाले लोगों की तलाश कर रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाहरुख की तलाश के दौरान यह भी पता चला है कि शाहरुख के कुछ परिजनों का आपराधिक रिकॉर्ड भी है. लिहाजा पुलिस शाहरुख के अपराधिक इतिहास के साथ-साथ उसके परिवार के इतिहास को भी खंगाल रही है.