Delhi Crime News: आपको याद होगा आज से कुछ साल पहले मोहित गोयल नाम के एक शख्स ने फ्रीडम-251 नाम से एक मोबाइल लॉन्च किया था और जनता के साथ करीब 200 करोड़ रुपये की ठगी की थी. इस महाठग को दिल्ली पुलिस को क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर गिरफ्तार किया है. इस बार इसपर आरोप है अपने साढ़ू को झूठे मुकदमे में फसाने का. आपको बता दें कि इस महाठग मोहित गोयल पर 48 मामले दर्ज हैं. क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया कि अगस्त 2020 में एक महिला ने दिल्ली के द्वारका पुलिस स्टेशन में विकास मित्तल नाम के एक शख्स खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया था. मामला दर्ज करवाने के बाद पीड़ित महिला के पास किसी अज्ञात नम्बर से धमकी के फ़ोन आने लगे. इसके बाद लोकल पुलिस ने आरोपी विकास मित्तल को गिरफ्तार कर कर लिया. लेकिन इसके बाद भी पीड़ित महिला के पास धमकी के फोन आते रहे. फोन पर महिला को धमकी दी जा रही थी कि केस वापस ले लो नहीं तो जान से मार दिया जाएगा.
इसके बाद पुलिस के मुताबिक सितंबर 2020 में जब पीड़ित महिला सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन के पास थी तभी एक शख्स वहां आया और उसे फिर से केस वापस लेने की धमकी देने लगा. इस मामले में एक और मुकदमा सिविल लाइन थाने में दर्ज किया गया इस बार पुलिस के पास एक गवाह भी था. उस गवाह का नाम था सुमित यादव.
अब तक पुलिस ने रेप के मामले की चार्जशीट भी कोर्ट में दाखिल कर दी थी. तभी सुमित यादव जो सिविल लाइन में धमकी के केस का गवाह था उसने आरोप लगाया कि 18 अक्टूबर 2020 को उसे भी धमकी के फोन आने लगे. सुमित ने ये भी आरोप लगाया कि जब वो हरियाणा के जींद में था उसके ऊपर गोलियां भी चलाई गईं. जान से मारने की कोशिश की गई. इस मामले में जींद में भी FIR दर्ज की गई.
पुलिस तमाम कोशिश कर रही थी, लेकिन धमकी देने वाले शख्स तक नहीं पहुंच पा रही थी. क्योंकि जिस फोन नम्बर से धमकी दी जा रही थी, वो फेक नंबर था और उसकी लोकेशन भी बार बार बदल रही थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच को दी गई. मुकम्मल तफ्तीश के बाद आखिरकार क्राइम ब्रांच की टीम ने उस शख्स का पता लगा लिया जो फोन करके बार-बार धमकी दे रहा था. उसका नाम विनीत कुमार था. क्राइम ब्रांच की टीम ने विनीत को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया. जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तब उसने खुलासा किया की फोन पर धमकी तो वह दे रहा था लेकिन इसके पीछे वह खुद नहीं बल्कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड महाठग मोहित गोयल है. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने महाठग मोहित को भी गिरफ्तार कर लिया. मोहित गोयल ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने ही सुमित यादव के साथ मिलकर ये साज़िश रची थी. मोहित की निशानदेही पर सुमित को भी पकड़ लिया गया.
पूछताछ में मोहित गोयल ने खुलासा किया कि उसकी अपने साढ़ू विकास मित्तल के साथ एक रंजिश चल रही थी. मोहित को लगता रहा कि उसके ऊपर धोखाधड़ी के जितने भी मामले दर्ज हुए हैं वो सभी उसके साढ़ू की वजह से हुए हैं. इसी वजह से उसने यह उसे फंसाने के लिए पूरी साजिश रची. मोहित गोयल को जब यह पता चला कि उसके साढू के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज हुआ है तब उसने एक ऐसा जाल बुना कि उसे बेल ना मिल सके. इसके लिए उसने सुमित यादव के साथ मिलकर एक मोबाइल फोन खरीदा और जाली दस्तावेज पर सिम लिया. मोहित को जब पता चला कि विकास मित्तल अपने परिवार के साथ उज्जैन में है तो उसने तुरंत विनीत को फ्लाइट से उज्जैन भेज दिया और उज्जैन से ही विनीत ने रेप पीड़िता को फोन कर विकास मित्तल के नाम से धमकी दी. ताकि पुलिस जब मोबाइल लोकेशन ट्रेस करे तो पुलिस को लगे कि कॉल विकास ने ही की है. इसके बाद विनीत उसी फ्लाइट से वापस आया जिससे विकास मित्तल आया था. एयरपोर्ट पर ही दिल्ली पुलिस ने विकास मित्तल को गिरफ्तार कर लिया. जब विकास मित्तल गिरफ्तार था उस दौरान भी मोहित के कहने पर विनीत ने फोन कर पीड़िता को धमकी दी थी.
इसके बाद महाठग मोहित गोयल के इशारे पर 24 सितंबर 2020 को विनीत सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन पहुंचा और पीड़िता को धमकी देने लगा. प्लान के मुताबिक वहीं पर सुमित यादव भी मौजूद था वो इस धमकी के केस का गवाह बन गया. दरअसल पुलिस के मुताबिक मोहित की कोशिश थी कि विकास मित्तल को इस पूरे मामले में और फंसा दिया जाए और वो जेल में ही रहे. इसी साजिश के तहत विनीत ने 18 अक्टूबर 2020 को सुमित को फोन किया. सुमित यादव उस समय जींद में था. सुमित ने खुद हवा में गोलियां चलाई और जींद में खुद पर हुए हमले की FIR दर्ज करवा दी.
क्राइम ब्रांच ने जालसाजी के इस पूरे मामले में तीन आरोपी महाठग मोहित गोयल, सुमित यादव और विनीत को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है.