Bangladeshi Deportation: दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे दो और बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट कर दिया है. ये दोनों बांग्लादेशी 2005 से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे. पुलिस ने इनकी पहचान सुंदर गुना गांव, बांग्लादेश के निवासी नजमा खान उर्फ काजोल और उनके बेटे नईम खान के रूप में की है. दोनों को दिल्ली के वसंत विहार थाना इलाके के शास्त्री मार्किट के पास स्पेशल ड्राइव के दौरान गिरफ्तार किया गया और एफआरआरओ की मदद से बांग्लादेश भेज दिया गया.


नईम खान ने पूछताछ में बताया कि वह 2020 में बेनापोल बॉर्डर से भारत में दाखिल हुआ था. वहीं उसकी मां नजमा खान 20 साल पहले इसी बॉर्डर से भारत में आई थी. इन दोनों की गिरफ्तारी ने अवैध प्रवास के मामले में दिल्ली पुलिस की मुहिम को और मजबूती दी है. पुलिस ने दोनों को बांग्लादेश डिपोर्ट करने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया.


दिल्ली पुलिस की एक और सफलता


दिल्ली के सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र में भी पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद अख्तर शेख को गिरफ्तार किया. ये व्यक्ति लेबर का काम करता था और एक मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस से झूठ बोला था कि वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. जब पुलिस ने उसकी जानकारी की पुष्टि की तो उसने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताते हुए कहा कि वह 2004 में भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था. बाद में उसने पश्चिम बंगाल में एक हिंदू लड़की से शादी की थी.


दिल्ली पुलिस ने अपनाया सख्त रुख


इन तीनों मामलों में दिल्ली पुलिस ने ये साफ किया कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. पुलिस का कहना है कि इन सभी मामलों में कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए संबंधित देशों को डिपोर्ट किया जा रहा है ताकि दिल्ली को इस प्रकार के अवैध प्रवासियों से मुक्त किया जा सके.


दिल्ली पुलिस की ओर से की जा रही ये कार्रवाई नागरिकता कानून और देश की सुरक्षा को लेकर उठाए गए ठोस कदमों का हिस्सा है. अवैध रूप से रह रहे नागरिकों के खिलाफ ये मुहिम देश में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो रही है.


ये भी पढ़ें: Climate Change: आग की लपटों से झुलसेगी दुनिया! 2025 में पड़ेगी इतनी गर्मी, जितनी एक दशक में नहीं पड़ी